गुलमर्ग
सर्दियों में गुलमर्ग आकर बर्फ पर कई तरह की एडवेंचर एक्टिविटीज कर सकते हैं। समर सीजन में गुलमर्ग की हरियाली मन मोह लेती है। दूर-दूर तक फैले चरागाह दिल छू लेते हैं। यहीं बीचों-बीच महारानी मंदिर स्थित है। इसी मंदिर के आसपास ‘जय-जय शिव शंकर’ गाने की शूटिंग हुई थी। गुलमर्ग में विश्व प्रसिद्ध गंडोला (केबल कार) राइड भी ले सकते हैं।
श्रीनगर
श्रीनगर आएं और डल झील में शिकारा नहीं किया, तो यहां की यात्रा अधूरी है। शिकारा करने के दौरान यहां आप कई तरह के सामानों की खरीददारी कर सकते हैं। खूबसूरत श्रीनगर में ऐतिहासिक लाल चौक के कई सारे बाग और दूसरी जगहें भी हैं देखने लायक।
पहलगाम
‘वैली ऑफ शेफर्ड’ के नाम से मशहूर पहलगाम, श्रीनगर से सिर्फ 54 किलोमीटर ही दूर है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के बीच स्थित इसे बेहद खूबसूरत वैली की ओर जाते हुए रास्ते में पड़ने वाले पम्पोर इलाके में केसर के खेत और सेब के बगीचे का दीदार कर सकते हैं। यहां से आप बढ़िया क्वॉलिटी का केसर खरीद सकते हैं।
आरू वैली
पहलगाम से 12 किमी दूर स्थित यह स्थल पिक्चर परफेक्ट दृश्य प्रस्तुत करता है। सर्दियों में यहां स्कीइंग और हेली स्कीइंग का मजा लिया जा सकता है।
अशमुकाम दरगाह
पहलगाम के करीब पहाड़ों पर स्थित यह वही दरगाह है, जहां बजरंगी भाईजान फिल्म की लोकप्रिय कव्वाली ‘भर दो झोली मेरी’ की शूटिंग हुई थी।
बेताब वैली
पहलगाम से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित बेताब वैली अपने शानदार हरे-भरे नजारों, घने जंगल और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ मन को मोहित कर देते हैं। यहां घुड़सवारी, ट्रेकिंग, कैम्पिंग सहित कई एडवेंचर एक्टिविटीज का मजा लिया जा सकता है। पहले इस वैली का नाम हागून था, लेकिन सुपरहिट फिल्म बेताब की शूटिंग के बाद से इसका नाम बेताब वैली पड़ गया।
कब जाएं?
कश्मीर पूरे साल ही घूमने लायक जगह है, क्योंकि हर मौसम में यहां का एक अलग नजारा देखने को मिलता है। हालांकि मानसून में जाना अवॉयड करें।
क्या खरीदें?
कश्मीर से केसर, लाल मिर्च, सेब से बने फूड आइटम्स जरूर खरीदें। इसके अलावा यहां कई तरह के खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट आइटम्स की भी शॉपिंग कर सकते हैं। पश्मीना शॉल और कश्मीरी सिल्क साड़ियां खरीद सकते हैं।