धरसींवा। औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा के सीएसआईडीसी कार्यालय परिसर में रामा उधोग के विस्तारीकरण की पर्यावरणीय जनसुनवाई मंगलवार को हुई. आसपास की ग्राम पंचायतों में मुनादी नहीं होने के कारण अधिकांश ग्रामीण जनसुनवाई में शामिल नहीं हो सके. लेकिन जो कहीं से सूचना मिलते ही पहुंचे तो उन्होंने भी विस्तारीकरण का जमकर विरोध किया. ग्रामीणों के अलावा कुछ जनप्रतिनिधियों, श्रमिक संगठनों से जुड़े लोगों ने भी बढ़ते औद्योगिक प्रदूषण के बीच समुचित प्रचार-प्रसार किये बिना इस तरह जनसुनवाई पर सवाल खड़े किए और रामा उद्योग के विस्तारीकरण का विरोध किया.
रामा उद्योग के विस्तारीकरण का जिन इक्का दुक्का लोगों ने समर्थन किया उनमें से विस्तारीकरण का समर्थन करने वाले एक व्यक्ति से जब न्यूज़ 24 की टीम ने सवाल किया तो उसने बताया कि वह रामा उधोग में काम करता है.
वहीं जनसुनवाई के दौरान रामा उद्योग के केमिकल युक्त पानी से परेशान किसान कोमल पाल ने अपनी धान की फसल की बर्बादी की पीड़ा सुनाई और विस्तारीकरण का विरोध किया. जनसुनवाई में अधिकांश लोगों ने बढ़ते प्रदूषण और शोषण के चलते अपना विरोध दर्ज कराकर समुचित प्रचार-प्रसार के बाद ही जनसुनवाई रखने की बात कही. हालांकि जनसुनवाई में विस्तारीकरण का जमकर विरोध होने के बाद जब फेक्टरी प्रबंधन की ओर से मौजूद कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि रामा उद्योग के इस विस्तारीकरण से प्रदूषण बढ़ेगा नहीं बल्कि पहले से भी बहुत कम होगा.