संसद में आज (24 जुलाई) मानसून सत्र का तीसरा दिन है. राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के दौरान कहा, हर बजट में, आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता. इस पर नाराज विपक्ष के नेता शेम-शेम के नारे लगाते हुए बाहर चले गए.
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. इस दौरान विपक्ष बजट में कथित तौर पर राज्यों के साथ हुए भेदभाव को ले कर जमकर नारेबाजी कर रहा है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष से प्रश्न काल को बाधित ना करने की अपील की है.
राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विरोध प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र के लिए सभी राज्य समान है और बजट में सभी राज्यों के लिए प्रावधान है. उन्होंने कहा है कि किसी राज्य का नाम ना होने का मतलब यह नहीं कि उनके लिए कोई योजना नहीं है. निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कांग्रेस एक साजिश के तहत लोगों को यह झूठ बोल रही है कि बजट में किसी राज्य को कुछ नहीं मिला.
विपक्ष का राज्यसभा से वॉकआउट
राज्यसभा में विपक्ष ने बजट में भेदभाव का विरोध किया. जिसके जवाब में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, हर बजट में, आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता. कैबिनेट ने वडावन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था. लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया. यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम नहीं लिया जाता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार के कार्यक्रम इन राज्यों में नहीं जाते हैं? कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने झूठ फैलाया है कि हमारे राज्यों को कुछ नहीं दिया गया. यह अपमानजनक आरोप है. हालांकि इसके बाद विपक्ष के नेता सदन से बाहर चले गए.