Khan Sir GS Coaching Center: फेमस यू-ट्यूबर शिक्षक ( ऑनलाइन) खान सर ने पटना (Patna) में अपने जीएस कोचिंग सेंटर को आज बंद कर दिया गया है। कोचिंग के बाहर ताला लटका हुआ है। दरअसल दिल्ली आईएएस कोचिंग हादसे (Delhi IAS Coaching Incident) के बाद पटना के SDM श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने पटना के कई कोचिंग की जांच की थी। इसमें खान सर की कोचिंग GS Coaching Center भी शामिल थी। इस दौरान कई खामियां मिली थी। वहीं खान सर कोचिंग का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी नहीं दिखा पाए थे। इसके लिए उन्हें प्रशासन की ओर से एक दिन का अल्टीमेटम मिला था। रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिखाने की जगह उन्होंने अपना कोचिंग संस्थान ही बंद कर दिया।
कोचिंग के बाहर दो गार्ड तैनात हैं। हालांकि, कोचिंग बंद होने को लेकर गार्ड को भी कोई जानकारी नहीं है। बोरिंग रोड चौराहे के पास जो कोचिंग है, उसमें एंट्री और एग्जिट गेट भी एक ही हैं। यह तय मानक के अनुरूप नहीं हैं।
मंगलवार को पटना जिला प्रशासन ने पटना (Patna) में कई कोचिंग संस्थानों की प्रशासन ने जांच की। इसमें खान सर की कोचिंग भी शामिल है। SDM खुद खान सर के GS रिसर्च सेंटर पहुंचे। हालांकि एसडीएम को खान सर (Khan Sir) को ढूंढ़ने में पसीने छूट गए। कोचिंग में 10 मिनट तक Sdm को खान सर के लोग घुमाते रहे। इसके बाद खान सर मिले भी तो कोचिंग का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिखाने के लिए एक दिन का समय मांगा। इसके बाद प्रशासन की टीम लौट गई थी।
बहुत कम जगह में ज्यादा स्टूडेंट को पढ़ाया जा रहाः SDM
SDM और उनके लाव लश्कर के साथ मीडिया को देख खान सर असहज होने लगे। इस दौरान उन्होंने मीडिया को अपने कमरे से बाहर कर दिया। मीडिया के बाहर निकलने के कुछ ही मिनट बाद SDM भी बाहर आ गए और कहा कि खान सर ने कोचिंग के सभी दस्तावेज देने के लिए समय मांगा है और कल सभी दस्तावेज दिखाने दफ्तर आएंगे। एसडीएम ने बताया कि हमने आज 30 कोचिंग सेंटर्स की जांच की है, जिसमें पाया गया कि बहुत कम जगह में ज्यादा स्टूडेंट पढ़ रहे हैं। कई कोचिंग का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। वहीं कई संस्थानों में fire सिस्टम होना चाहिए। Fire NoC होना चाहिए, वो भी नहीं है।
बता दें कि खान सर की कोचिंग में एक साथ 600 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। जाँच टीम के आने की जानकारी मिलने पर छात्रों की छुट्टी कर दी गई थी। जांच टीम ने पाया कि यहां क्लास रूम की हालत खराब है, सेंटर का छत टिन का है और बिना प्लास्टर की दीवार, सबसे टॉप फ्लोर होने की वजह से काफी गर्मी रहती है। अंदर साफ दिख रहा कि गंदे और पुराने थर्मोकोल से दीवार को ढका गया था। दीवार के खुले हिस्से पर कूलर रखा हुआ था। हालांकि खान सर के पढ़ाने की जगह पर फैन और लेटेस्ट डिजाइन वाले कूलर की व्यवस्था की गई है।
जांच के लिए डीएम ने बनाई टीम
पटना डीएम ने कोचिंग संस्थानों की जांच के लिए एक टीम बनाई। अनुमंडल स्तर पर जाँच टीम का गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी को बनाया गया। जाँच टीम से कोचिंग संस्थानों का निबंधन, बिल्डिंग बायलाज का अनुपालन हो रहा है या नहीं, इमरजेंसी गेट, कोचिंग संस्थानों के प्रवेश और निकास द्वार, आकस्मिक स्थिति से निपटने की व्यवस्था आदि की जांच करेगी।