ग्राम कच्चे में एक महिला ने पति के दोस्त पर आरोप लगाया कि दुष्कर्म किया है. इसकी जानकारी होने पर गांव में परिजन महिला के घर जाकर जानकारी लेने पर दुष्कर्म से इनकार किया था. इसके बाद दूसरे दिन महिला चौकी में चली गई और गांव के सतीश यादव पर दुष्कर्म का आरोप लगाई.शिकायत के बाद पुलिस सतीश को चौकी ले आई. इसकी जानकारी घर वालों को भी नहीं दी गई. सतीश के भाई को जब पता चला कि भाई को चौकी ले गए है. इस पर पुलिस की ओर से स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया. उसका भाई जब चौकी गया तब बताया गया कि उसपर दुष्कर्म का आरोप है. सतीश को जेल हो जाएगा. मामले को सेटेलमेंट के नाम पर पुलिस के दो जवानों ने 3 लाख रुपये रिश्वत की मांग की. जिसपर संतोष ने कहा उतना पैसा नहीं है और विनती करने लगाया की उसका भाई ऐसा नहीं है, इतना पैसा कहां से दूंगा. इसके बावजूद, जवानों ने 3 लाख रुपये पर ही अड़े रहने की बात की. इस बीच संतोष ने मामले की जानकारी गांव वालों को दी, जिसके बाद गांव में बैठक बुलाई गई और आक्रोशित ग्रामीण चौकी का घेराव करने पहुंच गए.
ग्रामीणों के प्रदर्शन के बीच बीच उनका कुछ प्रतिनिधि मंडल चुके के अंदर बात करने गया. जहां मीटिंग में महिला ने अपने आरोपों से यूटर्न ले लिया. महिला ने बताया कि उसके पति के दबाव में उसने रिपोर्ट लिखाई थी. जसिके बाद पुलिस ने युवक को छोड़ दिया.
मामले में कच्चे चौकी प्रभारी ने बताया महिला पहले दुष्कर्म की आरोप लगाई थी इसलिए सतीश को हिरासत में लिया गया था. बात में महिला पलट गई तो उसे छोड़ दिये है. 3 लाख रिश्वत मांगे का आरोप बेबुनियाद है.