बलरामपुर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। सोमवार को ग्राम कैलाशपुर के उद्यान विभाग की नर्सरी में तीन भालुओं के दल ने 5 वर्षीय मासूम पर हमला कर दिया। हमले में मासूम बालक की मौके पर ही मौत हो गई। मासूम के माता-पिता नर्सरी में मनरेगा मजदूरी करने गए थे। घटना से आक्रोशित लोगों ने एक हफ्ते से डेरा जमाये भालुओं को हटाने की मांग को लेकर विभाग के अफसरों के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। पिछले एक सप्ताह से मादा भालू अपने दो शावकों के साथ क्षेत्र में विचरण कर रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक कैलाशपुर निवासी रामकृष्ण श्यामले व उसकी पत्नी गांव के उद्यान विभाग की नर्सरी में चल रहे मनरेगा के तहत विकास कार्य में मजदूरी का कार्य करने गए थे। उनका पांच वर्षीय पुत्र संजय अपनी माँ को ढूंढते हुए नर्सरी तक पंहुच गया। उसी दौरान तीन भालुओं के दल ने संजय पर हमला कर दिया, जिससे संजय की मौके पर मौत हो गई। भालुओं के हमले की खबर मिलने के बाद ग्रामीण व नर्सरी में काम कर रहे मजदूर मौके पर पहुंचे। मृतक बालक के शव के पास तीनों भालु मौजूद थे, जिन्हें जैसे-तैसे खदेड़ा तथा वन विभाग को घटना की सूचना दी गई।
बेटे पर हुए हमले की खबर सुनकर उसकी मां भी मौके पर पहुंची। खून से लथपथ अपने मासूम को देख संजय की मां बेहोश होकर गिर गई। वन अमले ने मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि के तौर पर 25 हजार रुपये दिए। इधर वाड्रफनगर पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जाता है कि जहां यह घटना हुई वहां एक मादा भालू अपने दो शावकों के साथ एक सप्ताह से विचरण कर रही है। शावकों के कारण मादा भालू ज्यादा आक्रमक बनी हुई है। हादसे के बाद ग्रामीण भालुओं के दल को दूसरे जगहों पर ले जाने को लेकर लामबंद हो गए हैं।