विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का कांग्रेस से चुनाव लड़ना कंफर्म? इस सीट से पार्टी दे रही टिकट

Vinesh Phogat-Bajrang Punia in Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में हरियाणा के दो चर्चित पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का कांग्रेस (Congress)के टिकट चुनाव लड़ना लगभग तय हो गया है। हालांकि कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हाल ही में कुछ ऐसे संकेत मिले हैं, जिनसे यह तय माना जा रहा कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ी करने वाले हैं।

दोनों पहलवानों ने कांग्रेस सासंद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात की। इसके बाद दोनों ने सोशल मीडिया पर भी राहुल गांधी के साथ मुलाकात की फोटो साझा की थी।

विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों को जोर इस दौरान भी मिला, जब दोनों की राहुल गांधी से मुलाकात हुई। एक-दो दिन में कांग्रेस हरियाणा में अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करने वाली है। वहीं, कैंडिडेट लिस्ट जारी होने से पहले पहलवानों की यह मुलाकात इस बात के संकेत और मजबूत कर रही है कि पहलवान फोगाट और पूनिया हरियाणा विधानसभा चुनाव में बतौर उम्मीदवार उतर सकते हैं।

बधरा और दादरी से मिला विनेश फोगाट का ऑप्शन

कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विनेश फोगाट को कांग्रेस ने दो सीटों में से किसी एक का ऑप्शन दिया है। पहली है बधरा और दूसरी दादरी। दोनों सीटें चरखी दादरी में ही आती हैं। इसमें से दादरी सीट पर बबीता फोगाट भाजपा के टिकट पर 2019 में चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, वह तीसरे नंबर पर रहीं थी। निर्दलीय रहे सोमबीर सांगवान यहां से चुनाव जीते थे। अब सोमबीर कांग्रेस में हैं। अगर विनेश यहां से चुनाव लड़ती हैं तो फिर इस सीट पर दो बहनों के बीच मुकाबला होगा। हालांकि, कांग्रेस ने विनेश को साफ तौर पर कहा है कि वो जिस सीट पर भी कहेंगी, उन्हें टिकट मिल जाएगा।

बजरंग पूनिया ने मांगी बादली विधानसभा सीट

वहीं बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने कांग्रेस से बादली विधानसभा सीट मांगी है। इस सीट पर सीटिंग विधायक कुलदीप वत्स को टिकट फाइनल कर दिया है।कुलदीप ब्राम्हण नेता हैं. ऐसे में कांग्रेस कुलदीप का टिकट काटकर ब्राह्मणों को नाराज नहीं करना चाहती। लिहाजा बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया है। साथ ही हरियाणा की किसी भी जाट बाहुल्य सीट का ऑप्शन भी दिया गया है। अब गेंद बजरंग पूनिया के पाले में है कि वो किस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

कांग्रेस का पहलवान दांव

बता दें कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस पहलवान दांव खेलकर बीजेपी को पटखनी देने की कोशिश में लगी हुई है। दरअसल साल 2023 से चल रहे भारतीय पहलवानों के विरोध का कारण भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह थे। पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए लंबे संबे तक प्रोटेस्ट किया था।इस समय से ही पहलवानों की बीजेपी से नाराजगी साफ नजर आ रही थी।

पेरिस ओलिंपिक गेम्स में बड़ी निराशा हाथ लगने के बाद जब पहलवान विनेश फोगाट देश वापस आईं तो हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें खुद दिल्ली एयरपोर्ट जाकर रिसीव किया। इसके बाद उनके गांव तक रोड शो में भी साथ दिया। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर बलाली पहुंचने तक विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ दीपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई कांग्रेसी नेता रहे थे।

किसानों की रैली में भी शामिल हुई थीं विनेश फोगाट

गौरतलब है कि विनेश फोगाट ने बीते शनिवार किसान आंदोलन के 200 दिन पूरे होने पर किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और शंभू और खनौरी बॉर्डर पहुंचीं थी। इस दौरान विनेश से यह सवाल भी किया गया कि क्या वो भी चुनावी मैदान में उतरेंगी? इस पर पहलवान ने जवाब दिया कि वह राजनीति के बारे में तो नहीं जानतीं लेकिन किसानों का पूरी तरह से समर्थन करती हैं।

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