अमेरिका दौरे के दौरान कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें पीएम मोदी पसंद हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि कई बार वे पीएम मोदी के प्रति सहानुभूति भी महसूस करते हैं. उन्होंने कहा, “शायद आप लोग चकित हों, लेकिन वास्तव में मुझे मोदी जी से कोई नफरत नहीं है. मैं सुबह उठता हूं और सोचता हूं कि उनका एक दृष्टिकोण है. मेरा विचार उनसे अलग हो सकता है, मैं उनसे सहमत नहीं हूं, परंतु इससे नफरत का कोई सवाल नहीं है. मैं राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी के बीच मुकाबले का कोई कारण नहीं देखता. मैं उन्हें अपना दुश्मन नहीं मानता. कई बार मैं उनके प्रति सहानुभूति भी महसूस करता हूं.”
जब राहुल गांधी से जातिगत आरक्षण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर विचार तभी करेगी जब देश में निष्पक्षता हो. फिलहाल, ऐसी स्थिति नहीं है. यह बयान उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए दिया.
यूनिफॉर्म सिविल कोड (समान नागरिक संहिता) के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि जब उन्हें भाजपा के प्रस्ताव की पूरी जानकारी मिलेगी, तभी वे इस पर टिप्पणी करेंगे. उन्होंने कहा, “भाजपा यूनिफॉर्म सिविल कोड पर प्रस्ताव ला रही है, लेकिन हमने अभी इसे नहीं देखा है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना सही नहीं होगा.”
वित्तीय असमानता पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “जब आप आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे, दलितों को 5 रुपए और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही धनराशि मिलती है. वास्तविकता यह है कि उन्हें समुचित भागीदारी नहीं मिल रही है. देश के 90% लोगों को समान अवसर नहीं मिल रहे हैं. शीर्ष 200 बिजनेस लीडरों में से एक ही ओबीसी हो सकता है, जबकि वे देश की 50% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. आरक्षण एकमात्र उपाय नहीं है, और भी तरीके हैं.”