नई दिल्ली: पंजाब में सीएम चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी की गिरफ्तारी के बाद राजनीति शुरू हो गई है. अकाली दल ने इसे सीधे तौर पर सीएम चन्नी से जोड़ा है. वहीं कांग्रेस इसे पंजाब चुनाव 2022 से जोड़ते हुए बीजेपी की केंद्र सरकार की साजिश बता रही है. भतीजे की गिरफ्तारी पर सीएम चन्नी की प्रतिक्रिया भी आई है. भूपिंदर सिंह हनी की गिरफ्तारी पर जब चन्नी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करे हमको इससे कोई ऐतराज नहीं है.
वहीं शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि ये कहानी 3 लोगों की है, मनी, हनी और चन्नी. पहले मनी पकड़ा गया उसके बाद हनी पकड़ा गया, अब चन्नी की बारी है क्योंकि हनी की पहचान सिर्फ इतनी है कि वो चन्नी का भतीजा है और जो पैसे मिले वो सब चन्नी के हैं.
बता दें कि चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. Bhupinder Singh Honey को अवैध बालू खनन केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी उनसे करीब 8 घंटे हुई पूछताछ के बाद हुई है. कांग्रेस की तरफ से रणदीप सुरजेवाला ने इस मसले पर चार ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा, ‘पंजाब चुनाव से 15 दिन पहले मोदी सरकार की “राजनीतिक नौटंकी” फिर शुरू! BJP का “Election Deptt”-ED मैदान में उतरा. क्रॉनोलॉजी समझें.’
सुरजेवाला ने आगे लिखा कि पंजाब के लोग अब किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े होने की कीमत चुका रहे हैं. मोदी जी हार की हताशा में फर्जी छापे-गिरफ्तारी करवा रहे हैं. वह बोले कि ये हमला CM चन्नी पर नहीं, पंजाब पर है, किसान आंदोलन का समर्थन करने की सजा है, ये बदला है कल किसानों द्वारा BJP को चुनावों में “दंड” दिए जाने के आह्वान का. सुरजेवाला ने किया केजरीवाल का जिक्र सुरजेवाला ने आगे केजरीवाल को छोटे मोदी भी कहा. वह बोले कि ये हमला है ताकि “छोटे मोदी” – केजरीवाल की पार्टी को “चोर दरवाजे” से मदद की जा सके, केजरीवाल ने कृषि के काले क़ानून का नोटिफिकेशन किया था.
वह बोले कि चुनाव को भटकाने के लिए यह भाजपा का प्रयोग है. वह बोले, ‘छह (6) साल पुराने केस में CM चन्नी पर और 33 साल पुराने मामले में सिद्धू पर हमला किए जा रहे हैं, केजरीवाल का साथ निभा रहे हैं.’ दूसरी तरफ कांग्रेस के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे राजनीतिक गिरफ्तारी बताया. वह बोले कि चुनाव में डराने और तंग करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. अगर किसी पर कार्रवाई करनी ही थी तो 4-5 महीने पहले करनी चाहिए थी, एक दिन में तो कुछ नहीं हुआ होगा. उनका मकसद सिर्फ चरणजीत सिंह चन्नी का मनोबल घटाना और उन्हें तंग करना है.