नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने तेलंगाना की एक फर्म की करीब 66.30 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर दी है. ईडी ने ये कार्रवाई तेलंगाना के साइबराबाद थाने में दर्ज एक मामले की जांच करते हुए की है. जिस फर्म के खिलाफ ईडी ने ये कार्रवाई की है, उसका नाम इंडसवीवा हेल्थ साइंस प्राइवेट लिमिटेड बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक साइबराबाद थाने में इस फर्म के चेयरमैन सीए अंजार और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत 1500 करोड़ रुपये के मार्केटिंग स्कैम का मामला दर्ज किया गया था. अधिकारियों के मुताबिक कंपनी का स्ट्रक्चर अवैध पिरामिड टाइप है और ये डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस की आड़ में काम कर रही थी. आरोप के मुताबिक कंपनी ने बड़ी तादाद में वितरकों की नियुक्ति की.
ईडी की ओर से बयान जारी कर बताया गया है कि कंपनी ने झूठे प्रलोभन देकर करीब 10 लाख लोगों को सदस्य बनाया और अपनी स्थापना के बाद से करीब 1500 करोड़ रुपये जुटाए. कंपनी ने कुछ ऐसे प्रोडक्ट लॉन्च किए जो पूरी तरह से बेकार थे. कंपनी के चेयरमैन सीए अंजार और अभिलाष थॉमस पर फंड अन्य कंपनियों और अपने व्यक्तिगत खाते में ट्रांसफर करने का आरोप है. ईडी ने अब कंपनी की 66.30 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई कर दी है. गौरतलब है कि सीए अंजार और अभिलाष थॉमस को ईडी ने 15 दिसंबर को गिरफ्तार किया था. ये दोनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं.