बिलासपुर। मस्तूरी के शासकीय पातालेश्वर महाविद्यालय से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक छात्र एडमिशन लेने के लिए कॉलेज बिल्डिंग के बाहर धरने पर बैठ गया है। यह छात्र पहले ही इस कॉलेज से हिंदी और पॉलिटिकल साइंस में पीजी कर चुका है और अब तीसरी बार अर्थशास्त्र में पीजी करने की इच्छा व्यक्त कर रहा है। उसका आरोप है कि कॉलेज में सीटें खाली होने के बावजूद उसे एडमिशन नहीं दिया जा रहा है, जबकि उसने सभी आवश्यक दस्तावेज अंतिम तिथि से पहले ही जमा कर दिए हैं।
बता दें कि कॉलेज में एडमिशन की मांग कर रहे छात्र का नाम चीनू टंडन है. चीनू का कहना है कि उसने 25 सितंबर को अपने सभी आवश्यक दस्तावेज प्राचार्य के सामने जमा किए, लेकिन आज प्रवेश के अंतिम दिन भी उन्हें एडमिशन नहीं दिया गया। टंडन ने कहा, “कॉलेज में कुल 20 सीट हैं, जिनमें से 15 अभी खाली हैं। फिर भी मुझे एडमिशन नहीं दिया जा रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि वह हाई डायबिटीज के मरीज हैं और भूख हड़ताल पर बैठने के बावजूद उनकी स्थिति को नजरअंदाज किया जा रहा है। टंडन ने प्राचार्य भोजराम कुंटे पर आरोप लगाया कि वे उनके साथ उचित व्यवहार नहीं कर रहे हैं और कोई ठोस जवाब नहीं दे रहे हैं।
टंडन ने कहा, “अगर मुझे कुछ भी होता है, तो इसकी जिम्मेदारी प्राचार्य और उनकी फैकल्टी की होगी।” उन्होंने कॉलेज प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है, तो छात्रों का एक बड़ा विद्रोह हो सकता है।