भारत ने ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष को चिंतित करते हुए सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अपने लोगों से ईरान नहीं जाने की अपील की है. बुधवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि चिंता की बात है कि ईरान ने सैकड़ों मिसाइल दागी हैं, जो इजरायल की ओर से लेबनान और गाजा में हुए हमलों का जवाब है और हमास और हिजबुल्लाह के वरिष्ठ कमांडरों सहित ईरान की सेना के अफसर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला है.
पश्चिम एशिया में करीब 90 लाख भारतीय रहते हैं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हम पश्चिम एशिया में बढ़े तनाव को लेकर चिंतित हैं. हम इन इलाकों में अपने नागरिकों की रक्षा के लिए तत्पर हैं.’ ‘यह जरूरी है कि विवाद बड़ा रूप न ले. पूरे इलाके पर विपरीत असर होगा. पूरे मसले का हल संवाद और कूटनीति से ही निकाला जाए,’ मंत्रालय ने कहा.
भारत सरकार ने पहले ही लोगों को एडवाइजरी दी है कि वे ईरान जाने से बचें, लेबनान और इजरायल में सुरक्षित जगहों पर रहने की सलाह दी है और गैर-जरूरी कामों से बाहर न निकलने की सलाह दी है. भारत सरकार ने कहा है कि ईरान में लगभग चार हजार भारतीय हैं, जिनमें छात्र, शिक्षक और छोटे कारोबारी शामिल हैं, इसलिए जो लोग वहाँ रह रहे हैं, वे सावधान रहें और यात्रा करने से बचें; किसी भी परेशानी की स्थिति में तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क करें. सरकार ने कहा है कि ईरान के लिए सभी गैर जरूरी यात्राएं रद्द कर दी जाएंगी.
ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलें दागी हैं, इसलिए तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने कहा, ‘कृपया सावधान रहें. गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें और सुरक्षित ठिकानों में ही रहें.’ साथ ही हिजबुल्लाह से भी हमले किए जा रहे हैं. इजरायल दोनों ओर से हमले झेल रहा है, जबकि ईरान पर भी हमला हो सकता है.