हमले की योजना बना रहे थे नक्सली
इस मुठभेड़ में गढ़चिरौली पुलिस की सी-60 विशेष लड़ाकू इकाई के कमांडो ने प्रमुख भूमिका निभाई। एसपी ने बताया है कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, नक्सलियों का एक समूह पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर जंगल में एकत्र हुआ था और हमले की योजना बना रहा था।
अधिकारी ने बताया कि नक्सली जिस क्षेत्र में एकत्र हो रहे थे, वह नारायणपुर की सीमा से लगा है। वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में सी-60 कमांडो की 22 टीम और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो दस्तों ने वन क्षेत्र में दो अलग-अलग बिंदुओं से नक्सल विरोधी अभियान चलाया। पिछले तीन वर्षों में गढ़चिरौली पुलिस ने 85 नक्सलियों को ढेर किया है। 109 नक्सलियों की गिरफ्तारी व 37 का आत्मसमर्पण किया गया है।
सुकमा में चार नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
उधर, सुकमा जिले में चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें कुंजाम हिड़मा, कुंजाम गंगा, उईका एंका व पोड़ियाम गुरुवा शामिल हैं। इन सभी नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
नक्सलियों की साजिश नाकाम, आइईडी बरामद
इसके अलावा ओडिशा के नुआपड़ा जिले के सुनाबेड़ा अभयारण्य में सोमवार को सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। इसके साथ ही मौके से आइईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद की गई है।
सोमवार को सीआरपीएफ 216 बटालियन के कमांडेंट एरिक गिल्बर्ट जोश और डिप्टी कमांडेंट धना राम यादव के नेतृत्व में मुख्यालय 216 बटालियन और डी-216 बटालियन के जवान, सीआरपीएफ 19 बटालियन का बम स्क्वाड और स्पेशल आपरेशन ग्रुप की दो टीमें सर्चिंग पर निकली थी।
इस दौरान जवानों ने कोमना थाना क्षेत्र के चेरीचुनखोल-जामगांव मार्ग पर प्लांट किए गए दो आइईडी और डेटोनेटर बरामद किए। अनुमान लगाया जा रहा है कि माओवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। बताया गया है कि 25.5 इंच लंबे और तीन इंच चौड़े जीआई पाइप में आइईडी तैयार किया गया था।