रायपुर. राजधानी के देवेंद्र नगर सेक्टर-1 में बीती रात एक रेजिडेंशियल-कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में एसी फटने से कारोबारी और भाजपा नेता के भाई समेत 2 लोगों की मौत हो गई. स्थानीय लोगों की सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और आग पर काबू पाया. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार, रात 8 बजे अचानक एसी के फटने से बड़ा धमाका हुआ, जिससे पूरी बिल्डिंग हिल गई और खिड़कियों के कांच टूट गए. इस दौरान कारोबारी और महिला स्टाफ ऑफिस के अंदर मौजूद थे. धमाका सुनते ही आस-पास के लोगों ने उन्हें रेस्क्यू करने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा नहीं खुल सका. बताया जा रहा है कि दरवाजा ऑटोमेटिक सिस्टम से लॉक था. जिसके बाद लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को घटना की सूचना दी. पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खोला तो पूरे ऑफिस में इतना अधिक धुआं था, कि पुलिस की टीम को भी वहां अंदर जाने में परेशानी हो रही थी. अंदर जाने पर जहां आरिफ मंजूर और उनकी महिला कर्मचारी मशरत खान (26) बेहोश पड़े मिले, जिसके बाद तत्काल दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.
डॉक्टरों ने बताया कि दोनों के शरीर पर जलने के निशान हैं. हालांकि दोनों के शरीर आग से बहुत अधिक नहीं जले हैं. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों ने भागने की कोशिश की होगी पर दरवाजा हाई टेक्नॉलॉजी की ऑटोमेटिक सिस्टम से लॉक हो चुका था. दरवाजा ना खुलने से दोनों अंदर फंस गए और ऑफिस में भरे धुएं की वजह से दोनों की दम घुटने से मौत हो गई. दोनों के शवों को आज (रविवार) सुबह पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. वहीं पुलिस घटना की जांच में जुट हुई है.
क्या हाई टेक्नॉलॉजी के दरवाजे बने मौत का कारण?
प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि आरिफ का ऑफिस पूरी तरह से ऑटोमेटिक सिस्टम पर संचालित था, जिससे आवाज बाहर नहीं आती थी. पूरा सिस्टम मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से ही ऑपरेट होता था. यह भी बताया गया है कि आरिफ अपने काम के अलावा इवेंट मैनेजमेंट में भी सक्रिय थे और उन्होंने कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन भी किया था.
भाजपा नेता का भाई और इंवेट ऑर्गनाइजर था कारोबारी
बता दें, मृतक कारोबारी आरिफ मंजूर खान आटोमेशन आर्ट के अलावा आरिफ इवेंट मैनेजमेंट का भी काम करते थे. उन्होंने रायपुर सहित प्रदेश में कई जगह फैशन शो और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कराया था. उनके दो बेटे हैं और वे अपने पूरे परिवार के साथ राजतालाब कालीनगर में रहते थे. उनके बड़े भाई मखमूर खान छत्तीसगढ़ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री हैं. आस-पास के लोगो ने बताया कि वे काफी खुसमिजाज थे.