कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को काले झंडे दिखाने से उठा विवाद पूर्व मंत्री के साथ मारपीट के आरोपों की वजह से बहुत गर्म हो गया है। अब इस मामले में सियासी तीर चलने लगे हैं। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, राजेश मूणत अपने साथ मारपीट की बात कहकर खुद की बेइज्जती करा रहे हैं। जवाब में पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सोशल मीडिया पर थाने का वीडियो पोस्ट कर लिखा, मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ है, क्या मेरे हक में फैसला देगा।
रायपुर में प्रेस से बात करते हुए गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, राजेश मूणत का यह कहना कि उनके साथ थाने में मारपीट की गई यह बड़ा हास्यास्पद लगता है। कोई थाने वाला आदमी, 15 साल मंत्री रहे आदमी के साथ मारपीट करेगा! यह कहने से पहले ही उनको समझना चाहिए कि ऐसा कह के अपना पक्ष मजबूत करने से ज्यादा अपनी बेइज्जती करा रहे हैं। राजेश मूणत जैसे व्यक्ति को जो इतना बड़ा मंत्री रहा हो उसके साथ कोई मारपीट करेगा? वह भी टीआई, एएसआई या हवलदार ऐसा करेंगे यह संभव ही नहीं है। साहू ने कहा, उन लोगों को इतनी निम्न स्तर की राजनीति नहीं करनी चाहिए।
गृहमंत्री ने मंत्री के बंगले के पास मारपीट को गलत बताया
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, जिस समय राहुल गांधी जी के आगमन की सूचना आई तो भाजपा वालों ने कहा था कि वे काले झंडे दिखाएंगे। जिस पर कांग्रेस ने स्पष्ट आग्रह किया कि यह परिपाटी मत शुरू करो आप लोग। अगर आप लोग हमारे नेता को काला झंडा दिखाएंगे तो आपके नेता आएंगे तो हम भी दिखाएंगे। यह बड़ा स्पष्ट आग्रह था, धमकी और चैलेंज नहीं था। राहुल गांधी आए तो इन लोगों ने कुछ जगहों पर काले झंडे दिखाए। उनके नेता आए तो हो सकता है कि हमारे कांग्रेस के बच्चे एक-दो कहीं काले झंडे दिखाएं हों। यह अभी कोई प्रमाणित नहीं है। रुद्र गुरु के बंगले के पास सामान्य आदमी खड़ा था, उसके साथ मारपीट करना गलत है।
फिर आया पूर्व मंत्री मूणत का पोस्ट
थोड़ी देर बाद पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सोशल मीडिया पर विधानसभा थाने का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ है! क्या मेरे हक में फैसला देगा? सत्ताधीश आप, सरकार आपकी, पुलिस भी आपकी, गुंडे भी आपके! बाद में भाजपा के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने वही वीडियो जारी करते हुए बताया, इसमें राजेश मूणत के साथ हुई मारपीट रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा, अब अगर नैतिक साहस हो तो गृह मंत्री आरोपी टीआई को बर्खास्त कर दें।
भाजपा के जारी वीडियो में क्या है
एक आवाज – मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं।
राजेश मूणत – कोई निवेदन-इवेदन नहीं। डंडा चलाना है, जो करना है करो।
आवाज – अस्पष्ट
राजेश मूणत – कोई चोर-उचक्के दादागिरी है क्या थाने के अंदर। (चुटकी की आवाज) ओ भाई! हाथ नहीं लगाना। ….हाथ नहीं लगाना।
एक आवाज – भइया, भइया, भइया।
राजेश मूणत – जबरदस्ती थाने में बवाल मच जाएगा बता दे रहा हूं मैं।
आवाज – मैं हाथ जोड़ रहा हूं भइया। हाथ जोड़ रहा हूं।
(खींचतान की आवाज।) स्पष्ट आवाज – अरे क्या कर रहे हो..। काहें वीडियो बना रहे हो।
(वीडियो के यहां तक के हिस्से में कैमरा डी-फोकस है। यानी उसमें राजेश मूणत या पुलिसकर्मी नहीं दिख रहे)
राजेश मूणत – देखिए ये गुंडागर्दी इस शहर में चल रही है। देखो बंधुवर इसके आगे क्या होगा। (इस हिस्से में राजेश मूणत और भाजपा कार्यकर्ता शुभांकर द्विवेदी वीडियो पर दिखते हैं)
भाजपा बोली, गृहमंत्री की दलील शर्मनाक है
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा, गृह मंत्री का काम प्रदेश में कानून व्यवस्था बहाल करना होता है। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होता है कि शिकायतों पर निष्पक्ष सुनवाई हो और पुलिस किसी तरह का पक्षपात नहीं करे। इसके उलट बिना किसी जांच, कार्रवाई और वकील-दलील के सीधे गृह मंत्री द्वारा आरोपियों को क्लीन चिट दे देना शर्मनाक है। यह न्याय का गला घोंटने जैसा है। श्रीवास्तव ने कांग्रेस सरकार पर विपक्ष का गला घोंटने का आरोप लगाया। उन्होंने क्षमायाचना करते हुए दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किये जाने पर भाजपा सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन पर विवश होगी।