Lal Kitab: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) के लिए रैली करने नागपुर पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा बांटे गए ‘लाल किताब’ पर बवाल मच गया है। ‘लाल किताब’ पर सियासी संग्राम छिड़ गया है। बीजेपी कांग्रेस नेता पर जमकर हमला कर रहे हैं। ऐसे में जानते हैं आखिर राहुल गांधी की ‘लाल किताब’ में ऐसा क्या है, जिसे लेकर मच गया बवाल। रैली में पहुंचे लोगों को ये किताब बांटकर राहुल गांधी ने किस सियासी तीर को निशाना साधा।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल 6 नवंबर को राहुल गांधी महाराष्ट्र के नागपुर में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे। नागपुर के सुरेश भट सभागार में संविधान सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के दौरान लोकसभा नेताप्रतिपक्ष ने लोगों को एक लाल किताब हवा में लराते हुए दिखाया। दरअसल ये संविधान की कॉपी थी। कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद लोगों को संविधान की ‘लाल किताब’ बांटी गई. नोटपैड जैसी दिखने वाली इस किताब के सामने वाले हिस्से में ‘Constitution of India’ लिखा हुआ था। वहीं, अंदर के पहले पेज पर प्रिंबल था और बाकी के पेज कोरे थे।
BJP ने जारी किया Video
इस सम्मलेन के बाद महाराष्ट्र बीजेपी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में उन्होंने दावा किया है कि नागपुर के संविधान बचाओ सम्मेलन में राहुल गांधी संविधान की जिस लाल किताब को लेकर आए थे वो बिल्कुल कोरी थी, यानी उसमें अंदर कुछ नहीं लिखा था।बीजेपी ने इस कोरी सविंधान की किताब को बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान का अपमान है। बीजेपी ने कहा है कि राहुल गांधी एक तरफ तो सविंधान बचाने की बात करते हैं। वहीं दूसरी तरफ संविधान की कोरी किताब लेकर घूमते हैं। वो आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी साधा निशाना
राहुल गांधी के नागपुर दौरे पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तंज कसा। उन्होंने राहुल गांधी के इस दौरे को नक्सलवाद से जोड़ दिया था। इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पलटवार किया था।
कांग्रेस ने किया पलटवार
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने पलटवार किया है। वडेट्टीवार ने कहा,’राहुल गांधी के नागपुर दौरे से बीजेपी इतनी डरी हुई क्यों है? संविधान सम्मान सम्मेलन में आए हुए मान्यवरों को नोटपैड और पेन दिए जाते हैं। उसी नोटपैड का वीडियो बनाकर इस तरह के बेतुके आरोप लगाना दूर-दूर तक समझदारी नहीं दिखाता! राहुल गांधी नागपुर आए तो बीजेपी वाले इतने घबरा गए? फेक नैरेटिव बनाने वालों, डरो मत। संविधान और राहुल गांधी समय-समय पर तुम्हारे झूठ का पर्दाफाश करेंगे! यह तो बस शुरुआत है।