प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद, विकास और सरकार की नीतियों पर विस्तार से चर्चा की. पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा में आई मजबूती का प्रतीक यह है कि आतंकवादी अब अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने 26/11 के मुंबई हमले का जिक्र करते हुए कहा, “आज मैंने 26/11 के हमले से जुड़ी रिपोर्ट्स देखीं. उस समय भारत में आतंकवाद एक बड़ा खतरा था और लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते थे. लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं.”
विकास और वोट-बैंक राजनीति से दूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारी सरकार का उद्देश्य है ‘लोगों के लिए, लोगों द्वारा विकास’. हमने हमेशा जनहित को प्राथमिकता दी है और वोट-बैंक की राजनीति से दूर रहे हैं. हमारी प्रतिबद्धता सिर्फ और सिर्फ विकास के लिए है.”
भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य भारत को एक समृद्ध और विकसित देश बनाना है. उन्होंने कहा, “भारतीयों ने हमें अपना विश्वास दिया है और हम उस विश्वास को पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं.” साथ ही, उन्होंने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों का भी जिक्र किया और कहा कि उनकी सरकार इस तरह की चुनौतियों के बावजूद दृढ़ और अडिग है.
युवाओं में जोखिम उठाने की क्षमता का विकास
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के स्टार्टअप्स की उपलब्धियों पर चर्चा की. उन्होंने कहा, “आज भारत में 1.25 लाख से अधिक रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स हैं. हमारे युवा, जो पहले जोखिम उठाने से कतराते थे, अब देश को गौरवान्वित करने के लिए तत्पर हैं. पिछले 10 वर्षों में यह मानसिकता पूरी तरह से बदल गई है.”
रोजगार सृजन और स्वच्छता अभियान
प्रधानमंत्री ने सरकार की रोजगार सृजन योजनाओं पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, “शौचालय निर्माण का अभियान सिर्फ स्वच्छता सुधारने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित हुआ. यह योजना सम्मान और सुरक्षा प्रदान करती है.”
गैस कनेक्शन और आत्मनिर्भरता पर जोर
गैस कनेक्शन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “कभी गैस कनेक्शन एक सपना हुआ करता था. 2014 में जहां 14 करोड़ गैस कनेक्शन थे, वहीं आज यह संख्या 30 करोड़ से अधिक हो चुकी है. अब गैस की कमी की समस्या कहीं सुनाई नहीं देती.”
आत्मनिर्भर और प्रौद्योगिकी-सक्षम भारत की दिशा में कदम
अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने देश को आत्मनिर्भर और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि ये योजनाएं आने वाले समय में अधिक प्रभावी ढंग से लागू होंगी और देश को मजबूत बनाएंगी.