महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद सरकार बनाने में आसानी से सफल होने की उम्मीद की थी. हालांकि, महाराष्ट्र में शुरू हुए सियासी घमासान के कारण महागठबंधन का शपथ ग्रहण समारोह फिलहाल 5 दिसंबर को होना है, लेकिन एकनाथ शिंदे की चुप्पी और नाराजगी से संशय पैदा हो गया है कि क्या यह 5 दिसंबर को होगा?
प्रदेश में चल रही सियासी स्थिति ने महागठबंधन, खासकर बीजेपी, को चिंतित कर दिया है. इसलिए, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार शाम वर्षा बंगले में वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और फिर सतारा जिले के दरे गांव के लिए रवाना हो गए. शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने इस बारे में सांकेतिक बयान दिया.
#WATCH | Chhatrapati Sambhajinagar, Maharashtra: Shiv Sena leader Sanjay Shirsat says, "Whenever Eknath Shinde thinks that he needs some time to think he goes to his native village…When he (Eknath Shinde) has to make a big decision he goes to his native village. By tomorrow… pic.twitter.com/cEb5akzWrM
— ANI (@ANI) November 29, 2024
क्या एकनाथ शिंदे लेंगे कोई बड़ा फैसला?
उन्होंने कहा. “एकनाथ शिंदे को जब भी कोई राजनीतिक दुविधा आती है, जब उन्हें लगता है कि उन्हें सोचने के लिए समय चाहिए तो वे अपने गांव चले जाते हैं. दरे गांव में उन्हें मोबाइल फोन की जरूरत नहीं है,” वे वहाँ आराम से फैसले लेते हैं. जब भी कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है, तो वे अपने गांव जरूर जाते हैं. अब जब वे घर वापस आ गए हैं, तो शायद कल शाम तक कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं, क्योंकि राज्य में चल रही राजनीतिक उठापटक पर वह निर्णय लेंगे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेन्द्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगाने के लिए गुरुवार रात दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आवास पर हुई बैठक में महायुति के प्रमुख नेता मौजूद थे. इस बैठक में हुए फोटो सेशन में एकनाथ शिंदे का चेहरा उतरा हुआ दिखाई दिया. महायुति नेताओं की दिल्ली से लौटने के बाद गुरुवार को मुंबई में अकाउंट शेयरिंग को लेकर बैठक होनी थी, लेकिन एकनाथ शिंदे की गृह मामलों की मांग आगे नहीं बढ़ी, इसलिए बैठक रद्द कर दी गई.
वर्षा बंगले से अचानक एकनाथ शिंदे ने अपना बैग पैक किया और सतारा स्थित अपने गृहनगर दरे के लिए निकल पड़े. शुक्रवार को दरे गांव पहुंचने पर एकनाथ शिंदे ने बिना किसी से बातचीत की दरे गांव छोड़ दिया. एकनाथ शिंदे आज दिन में गांव के जननी माता मंदिर और उत्तेश्वर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. इसलिए, राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा हो रही है कि एकनाथ शिंदे के मन में असल में क्या विचार चल रहे हैं?