जानकारी के अनुसार, यह भूस्खलन धारचूला-तवाघाट नेशनल हाईवे के चेतुलधार के पास हुआ। भूस्खलन होने के चलते पहाड़ी दरक गई और धारचूला-तवाघाट नेशनल हाइवे बंद हो गया, जिसके चलते हाइवे के दोनों तरफ काफी संख्या में गाड़ियां फंस गईं। बताया गया कि जिस समय भूस्खलन से पहाड़ी दरकी तो उस समय कोई वाहन वहां से नहीं गुजर रहा था। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी ने बताया कि तवाघाट के पास भारी भूस्खलन होने की खबर है, जिसके कारण सड़क बंद है। किसी तरह के जान-माल की नुकसान की खबर नहीं है। एसडीएम और बीआरओ की एजेंसियां मौके पर हैं। जल्द ही मार्ग सुचारू कर दिया जाएगा।
अलसुबह भूकंप के झटकों से सहमे लोग
राज्य के सीमांत जिले पिथौरागढ़ और चम्पावत सहित आसपास के क्षेत्रों में शनिवार अलसुबह 3.59 बजे लगे भूकंप के झटकों से लोग सहम गए। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मैग्नीट्यूड रही। 10 किलोमीटर गहराई के इस भूकंप का केंद्र नेपाल रहा। लोगों को करीब 15 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस होते रहे। हालांकि किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं, भूकंप के झटकों का ज्यादातर लोगों को अहसास नहीं हुआ। टनकपुर से लगे गांव आमबाग के सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश चन्द रजवार व गृहिणी बिमला चन्द देऊपा ने बताया कि अलसुबह भूकंप आने का कम लोगों को ही पता चल पाया क्योंकि ऐसे वक्त ज्यादातर लोग गहरी नींद में होते हैं। अल्मोड़ा में भी हल्के झटके महसूस किए गए, जिसका पता लोगों को बाद में चला।