YouTube ने भारतीय कंटेंट क्रिएटर्स के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिनका पालन न करने पर वीडियो हटाए जा सकते हैं। प्लेटफॉर्म ने कहा है कि “क्लिकबेट” शीर्षक और थंबनेल वाले वीडियो, जो वादे पूरे नहीं करते, अब YouTube की नीति के खिलाफ हैं।
क्या है क्लिकबेट?
क्लिकबेट उन वीडियो को कहा जाता है जिनके शीर्षक या थंबनेल कुछ ऐसा दावा करते हैं, जो वीडियो में नहीं दिखाया गया हो। उद्देश्य केवल लोगों को वीडियो पर क्लिक कराना हो, खासकर जब मामला ब्रेकिंग न्यूज या ट्रेंडिंग टॉपिक से जुड़ा हो।
उदाहरण:
“प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दिया” जैसा शीर्षक, जबकि वीडियो में ऐसी कोई बात न हो।
फर्जी या भ्रामक थंबनेल, जो वीडियो के कंटेंट से मेल न खाता हो।
किन पर होगी कार्रवाई?
खासतौर पर ब्रेकिंग न्यूज और करेंट अफेयर्स से जुड़े वीडियो इस नीति के दायरे में आएंगे।
अगर वीडियो दर्शकों को गुमराह करते हैं और अपेक्षित जानकारी प्रदान नहीं करते, तो उन्हें हटाया जा सकता है।
YouTube क्या कदम उठाएगा?
वीडियो हटाना: जिन वीडियो के शीर्षक या थंबनेल भ्रामक होंगे, उन्हें प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाएगा।
फिलहाल स्ट्राइक नहीं: YouTube शुरू में चैनलों पर कोई स्ट्राइक नहीं देगा, ताकि क्रिएटर्स नई नीति को समझ सकें।
स्पष्ट दिशा-निर्देश: आने वाले समय में YouTube यह साफ करेगा कि ब्रेकिंग न्यूज और भ्रामक कंटेंट को पहचानने के लिए क्या मानदंड होंगे।
YouTube ने ऐसा क्यों किया?
प्लेटफॉर्म का कहना है कि उसका उद्देश्य एक भरोसेमंद अनुभव प्रदान करना है, जहां यूजर्स को सही और प्रामाणिक जानकारी मिल सके। खासकर तब, जब लोग ब्रेकिंग न्यूज या संवेदनशील विषयों पर जानकारी खोज रहे हों।
क्रिएटर्स को क्या करना चाहिए?
- अपने वीडियो के शीर्षक और थंबनेल को वास्तविकता के करीब रखें।
- ब्रेकिंग न्यूज या ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर वीडियो बनाते समय अतिशयोक्ति से बचें।
- दर्शकों के विश्वास को प्राथमिकता दें और पारदर्शी कंटेंट पेश करें।
YouTube की यह नई नीति पारदर्शिता और गुणवत्ता को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है। क्रिएटर्स को सलाह दी जाती है कि वे इस बदलाव के अनुसार खुद को ढालें।