“बस्तर अब बदल रहा है”: अमित शाह ने बस्तर पंडुम समापन समारोह में दिया विकास और शांति का संदेश

दंतेवाड़ा। नक्सलवाद से मुक्ति और विकास की दिशा में बढ़ते बस्तर की तस्वीर अब नए रंगों में नजर आने लगी है। रविवार को दंतेवाड़ा की पावन धरा पर आयोजित “बस्तर पंडुम 2025” के समापन समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जनजातीय संस्कृति, परंपरा और एकता का भव्य उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा कि अब बस्तर को हथियार नहीं, कलम और कंप्यूटर की ताकत से आगे बढ़ाना है। उन्होंने बस्तर को डॉक्टर, कलेक्टर, बैरिस्टर और प्रशासनिक अधिकारी देने वाला क्षेत्र बनाने का आह्वान किया
समारोह में छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों- ओडिशा, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश—से आए 47 हजार जनजातीय कलाकारों ने हिस्सा लिया और पारंपरिक वेशभूषा, लोकनृत्य, गीत और व्यंजन के माध्यम से सांस्कृतिक विविधता का जीवंत प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में आदिवासी कलाकारों को सम्मानित कर शुभकामनाएं दी गईं। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को बस्तर पंडुम ने साकार किया है। डबल इंजन की सरकार के संकल्प के साथ, अब छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त कर एक विकसित और खुशहाल राज्य के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया गया है।

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