US Tariff On India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) के टैरिफ वार के बीच अमेरिका (America) ने भारत की दिव खोलकर तारीफ (America praised India) की है। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट (Scott Bessent) ने बुधवार (9 अप्रैल) को व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो हमारे साथ टैरिफ पर बात करने लिए सबसे आगे है। अमेरिका और इंडिया का रिश्ता बहुत खास है।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने Tariff पर ट्रंप ने यू-टर्न लेते हुए भारत (India) समेत 75 देशों को राहत दी है। ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ को फिलहाल 90 दिनों के लिए रोक दिया है। उन्होंने एक हफ्ते में ही अपना फैसला पलटने के पीछे देशों के साथ व्यापार पर नई बातचीत का हवाला दिया। हालांकि उन्होंने चीन को इस छूट में शामिल नहीं किया है, बल्कि उस पर टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया है। ट्रम्प ने यह कार्रवाई चीन की तरफ से लगाए गए जवाबी 84% टैरिफ के बाद की।
भारत (India) समेत 75 देशों को रेसिप्रोकल टैरिफ में राहत देने के बाद अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बुधवार (9 अप्रैल) को व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग की। अमेरिकी वित्त मंत्री ने इस दौरान कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो हमारे साथ टैरिफ पर बात करने लिए सबसे आगे है। उन्होंने चीन पर लगाए गए 125 फीसदी टैरिफ पर कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया, क्योंकि चीन ग्लोबल मार्केट में गलत तरीके से बिजनेस कर रहा है। चीन की अर्थव्यवस्था असंतुलन पैदा कर रही है। यह टैरिफ सिर्फ चीन के लिए नहीं है, बल्कि उन देशों के लिए भी है जो व्यापार नियमों का उल्लंघन करते हैं।

वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के कदम से चीन जैसे देशों पर सबका ध्यान जाएगा जो, ग्लोबल इकॉनोमी में असंतुलन पैदा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि टैरिफ घोषणाओं के बीच व्यापार मुद्दे को लेकर हमारी मुख्य बातचीत भारत, जापान और साउथ कोरिया के साथ हो रही है, ये सभी चीन के पड़ोसी हैं। हम उन सभी देशों से टैरिफ के मुद्दे पर बात करना चाहते हैं, जो आगे आकर अपना प्रस्ताव रखेंगे, उन्हें हम पुरस्कार भी देंगे। हम उनके लिए पहले से लागू किए गए टैरिफ को घटाकर 10 प्रतिशत करने पर विचार कर रहे हैं।
चीन का अमेरिका पर पलटवार
बता दें कि अमेरिका की तरफ से 104 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद चीन ने पहले लगाए गए 34 फीसदी टैरिफ में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी थी, जिसके बाद आंकड़ा 84 हो गया है। इस फैसले के बाद अमेरिका ने चीन पर 125 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही बाकी के 75 देशों पर टैरिफ को 90 दिनों तक रोकने का भी फैसला ले लिया।
