खैरागढ़. साईं मंदिर के पास एक आरक्षक से मारपीट और अभद्रता करने वाले तीन आरोपियों को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों आरोपी घटना के बाद से फरार चल रहे थे और पुलिस की निगाह से बचने के लिए दुर्ग जिले के पद्मनाभपुर इलाके में छिपे हुए थे, लेकिन मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर खैरागढ़ पुलिस ने घेराबंदी कर इन्हें गिरफ्तार किया।
पूरा मामला 18 मार्च 2025 का है, जब आरक्षक मुकेश कुमार ध्रुव खैरागढ़ के साईं मंदिर के पास ड्यूटी पर थे। उसी दौरान दो केटीएम बाइकों और एक स्कूटी में सवार कुछ लोगों ने उन्हें रोका, उनके साथ अश्लील गाली-गलौच की और मारपीट करते हुए इस पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया। इस घटना से आहत आरक्षक ने तत्काल थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर गंभीर धाराओं में अपराध क्रमांक 83/25 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के निर्देश पर मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की गई थी। टीम ने लगातार आरोपियों की तलाश की और आखिरकार 16 अप्रैल को सूचना मिली कि आरोपी पद्मनाभपुर क्षेत्र में छिपे हुए हैं। बिना देर किए टीम को दुर्ग रवाना किया गया और वहां से शुभम मिश्रा, उसकी पत्नी आरती उर्फ दीपिका मिश्रा और उनके साथी विशाल राजपूत को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद तीनों आरोपियों को खैरागढ़ लाया गया और उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी अनिल शर्मा, साइबर सेल और पुलिस टीम की तत्परता की विशेष भूमिका रही। वहीं पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस तरह की सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।