भारत और नेपाल की गोद में बसा है ये शहर! नैनीताल-मसूरी भी इसके आगे हैं फीके, एक बार जरूर करें एक्सप्लोर

ट्रेवल डेस्टिनेशन। गर्मियों में घूमने का अपना अलग ही मजा होता है। रोज की भागदौड़ और भीड़भाड़ से दूर लोग अक्सर सुकून के कुछ पल बिताते के लिए वेकेशन प्लान करते हैं। खासकर जब बात गर्मियों की आती है, जो लोग अक्सर पहाड़ों और ठंडी जगहों पर जाना पसंद करते हैं। हालांकि, इस वजह से मनाली, शिमला, नैनीताल, मसूरी जैसी अक्सर भीड़ से भरी रहती है और इस वजह से वहां अच्छे से घूमने को भी नहीं मिलता है।
ऐसे में आप उत्तराखंड के ही एक और खूबसूरत हिल स्टेशन पर घूमने जा सकते हैं। ये जगह नेचुरल ब्यूटी से भरपूर है और यहां घूमते समय आपको भीड़ या शोर-शराबे की चिंता भी नहीं करनी पड़ेगी, तो आइए जानते हैं उत्तराखंड के इस हिडन जेम के बारे में-

भारत और नेपाल के बीच बसा धारचूला

धारचूला (Dharchula Hill Station in Uttarakhand) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मौजूद एक खूबसूरत शहर है। यह शहर ऊंची चोटियों से घिरी एक हरी-भरी घाटी में बसा है। धारचूला को काली नदी विभाजित करती है, जिससे भारत और नेपाल के बीच एक सीमा बनाती है। खास बात यह है कि नदी के दोनों ओर समान परंपराओं, संस्कृति और जीवन शैली वाले दो शहर बनते हैं।

क्यों खास है धारचूला

धारचूला (Dharchula Hill Station Travel Guide) एक प्राचीन व्यापारिक शहर है, जिसका अपना समृद्ध इतिहास है।कैलाश मानसरोवर और छोटा कैलाश यात्रा रूट पर मौजूद होने की वजह यह जगह बड़ी संख्या में पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित करता है। धारचूला से पश्चिम में शक्तिशाली पंचचूली चोटी का मनोरम दृश्य दिखाई देता है और यह कई ट्रैकिंग रूट्स पर पड़ता है। इतना ही नहीं यहां 12 साल में एक बार अनोखा कांगडाली उत्सव मनाया जाता है। दिलचस्प बात यह है कि धारचूला नेपाल से काली नदी पर बने पुल से जुड़ा हुआ है।

धरती पर स्वर्ग है धारचूला

धारचूला (Dharchula travel tips) हिमालय के बीचों-बीच एक छिपा हुआ एक जन्नत है, जो प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक समृद्धि और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहां की हरी-भरी घाटी, कल-कल बहती काली नदी और शांत वातावरण प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौकीनों के लिए इसे एक स्वर्ग बनाता है। यह कई ट्रेकिंग रूट्स का एंट्री प्वाइंट है, जिसमें दारमा घाटी, छोटा कैलाश और नारायण आश्रम ट्रेक शामिल हैं। साथ ही आप यहां ट्रेकिंग, कैंपिंग और मछली पकड़ने जैसी एक्टिविज कर सकते हैं।

घूमने लायक जगहें

यूं तो पूरा धारचूला ही अपने आप में एक खूबसूरत जगह है, लेकिन यहां कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जहां घूमे बिना आपका ट्रिप अधूरा रह सकता है। आइए जानते हैं कौन-सी हैं ये जगह-

असकोट सेंचुरी

स्नो लेपर्ड, हिमालयी काले भालू, लुप्तप्राय कस्तूरी हिरण और जानवरों की कई अन्य प्रजातियों के लिए मशहूर असकोट सेंचुरी वाइल्ड लाइफ लवर्स और प्रकृति प्रेमियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। आप यहां से हिमालय के शानदार नजारें भी देख सकते हैं।

चिरकिला बांध

काली नदी पर बना चिरकिला बांध, धारचूला से लगभग 20 किमी दूर एक पॉपुलर पिकनिक स्पॉट है।

नारायण आश्रम

धारचूला से लगभग 20 किमी दूर स्थित, नारायण आश्रम 1936 में नारायण स्वामी द्वारा स्थापित एक आश्रम है। घने जंगल के बीच बना यह सुंदर आश्रम धारचूला से एक लोकप्रिय ट्रेकिंग ट्रेल है।

ओम पर्वत

आप यहां पर एक पवित्र शिखर ओम पर्वत का दीदार भी कर सकते हैं। इसकी खास बात यह है कि इस पर बर्फ से नेचुरली हिंदू प्रतीक ‘ओम’ से मिलती जुलती एक आकृति बनी दिखाई देती है।

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