धोखाधड़ी अप्रैल 2024 से नवंबर 2024 के बीच हुई है। शिकायतकर्ता अरविंद शुक्ला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जांच में 9.91 करोड़ रुपए गबन की पुष्टि हुई है। आरोपियों ने मिलीभगत कर बैंक की राशि का दुरुपयोग किया है। इन लोगों ने निजी बैंक आईडी का इस्तेमाल कर किसानों के नाम पर खुले 887 डीआर केस/ऋण खातों से कुल 9,91,20,877.69 रुपए की राशि निकाली, जिसे फर्जी बाउचरों और ट्रांसफर के जरिए स्वयं, परिजनों और अन्य खातों में डाला था।
डीएसपी अविनाश मिश्रा ने बताया, जांच में पाया गया कि उक्त राशि की निकासी बिना उचित दस्तावेजों और वाउचर के की गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह सुनियोजित गबन और धोखाधड़ी का मामला है। इस गंभीर आर्थिक अनियमितता के संबंध में आरोपियों की भूमिका स्पष्ट रूप से संदेह के घेरे में है। समिति ने अपनी रिपोर्ट के माध्यम से इस हेराफेरी में संलिप्त सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की है। फिलहाल बरमकेला पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर दो आरोपी को गिरफ्तार कर बाकी लोगों की पतासाजी कर रही है।