रायपुर. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट आज छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर रायपुर पहुंचे. संगठनात्मक तौर पर उनका दौरा काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. हाईकमान के निर्देश के बाद प्रदेश प्रभारी पालयट आज छत्तीसगढ़ में बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक की मैराथॉन बैठकें करेंगे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ भाषण से नहीं, जमीनी स्तर पर काम होना चाहिए
भाषण नहीं जमीनी स्तर पर काम हो : प्रदेश प्रभारी पायलट
रायुपर विमानतल पर मीडिया से चर्चा के दौरान सचिन पायलट ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम हमेशा हिंसा के खिलाफ खड़े रहे हैं, लेकिन सिर्फ भाषण देने से काम नहीं चलेगा, ज़मीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए. कार्रवाई जरूरी है, लेकिन इसका पॉलिटाइजेशन नहीं जाना चाहिए. जो भी कदम उठाए जाएं, वे पारदर्शी और प्रभावी होने चाहिए. उन्होंने कहा कि नक्सलवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सोच-समझकर सख्त फैसले लेने की जरूरत है और जो भी निष्कर्ष निकले, उसका वास्तविक लाभ जनता तक पहुंचे. सिर्फ भाषणों से नहीं, बल्कि जमीनी काम से फर्क पड़ेगा.
मानसून सत्र के लिए तैयार होगी रणनीति
प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि आज विधायकों के साथ बैठक कर महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी. इसमें विशेष रूप से यह तय किया जाएगा कि सदन के भीतर जनता की आवाज को प्रभावी ढंग से कैसे उठाया जाए. शासन-प्रशासन के डेढ़ साल के कार्यकाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह लचर दिखाई दी है और राज्य में केंद्र सरकार का हस्तक्षेप भी काफी बढ़ गया है. ऐसे में जरूरी है कि सरकार को जनता के मुद्दों पर जवाबदेह बनाया जाए. इन सभी विषयों को ध्यान में रखते हुए आगामी मानसून सत्र के लिए विस्तृत रणनीति तैयार की जाएगी.
पायलट आज लेंगे बैक टू बैक बैठकें
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने आज कांग्रेस मुख्यालय, राजिव भवन में होनें वाली बैठकों को लेकर बताया कि आज पूरे प्रदेश से पार्टी के कार्यकारिणी सदस्य, जिला कांग्रेस अध्यक्ष और विभिन्न संगठनों के प्रमुख सेल्स की बैठक ली जाएगी. इन बैठकों में सभी से रिपोर्ट ली जाएगी और आने वाले समय के लिए रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि हम अभी से अपने संगठन को मजबूत बनाना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक दो दिन तक लगातार बैठकें होंगी, जिनमें कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश भी दिए जाएंगे.