दिल्ली के चांदनी महल क्षेत्र में हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है, जिसमें 4 साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया. यह घटना तब हुई जब बच्ची की मां पानी लाने गई थी और लौटने पर उसे घर के बाहर नहीं पाया. बच्ची अपनी बड़ी बहन के साथ खेल रही थी, जिसके बाद परिजनों ने आशंका जताई कि किसी ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपी बच्ची को भिखारी बनाकर बेचने की योजना बना रहा था.
CCTV की नजर और पुलिस की सतर्कता
दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चांदनी महल थाने में अपहरण का मामला दर्ज किया. डिप्टी कमिश्नर निधिन वल्सन ने इंस्पेक्टर महावीर प्रसाद और सब-इंस्पेक्टर आकाश के नेतृत्व में एक सक्रिय टीम का गठन किया. इस टीम ने क्षेत्र के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें बच्ची को दिल्ली गेट की ओर अकेले जाते हुए देखा गया. हर एक फ्रेम को बारीकी से विश्लेषित किया गया, जिससे अंततः सच्चाई की एक झलक प्राप्त हुई.
बाराबंकी से दिल्ली तक पहुंची जांच
पुलिस को सूचना मिली कि 40 वर्षीय महिला बरखा, बच्ची के साथ उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के अपने गांव बेहटा से भाग गई है. पुलिस की एक टीम तुरंत बाराबंकी पहुंची, लेकिन वहां पता चला कि बरखा पुलिस की तलाश की खबर सुनकर बच्ची को लेकर दिल्ली लौट गई है. इसके बाद, पुलिस ने नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सादे कपड़ों में जवानों को तैनात किया. शनिवार की सुबह, बरखा को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास शांति वन रेड लाइट पर बच्ची के साथ छिपते हुए गिरफ्तार कर लिया गया.
मासूम की घर वापसी, साजिश का पर्दाफाश
बरखा ने पूछताछ के दौरान अपने अपराध को स्वीकार किया. उसने बताया कि वह उस बच्ची का उपयोग भीख मांगने के लिए करना चाहती थी और बाद में उसे बेचने की योजना बना रही थी. पुलिस की तत्परता से नन्ही बच्ची को सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया और उसे उसके माता-पिता के पास लौटा दिया गया.