खैरागढ़ उप निर्वाचन में सुरक्षा और व्यय मॉनिटरिंग के लिए राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण संपन्न

राजनांदगांव। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-73 खैरागढ़ उप निर्वाचन में सुरक्षा और व्यय मॉनिटरिंग हेतु गठित दल के कार्यों के लिए राजस्व और पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह उपस्थित थे। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि निर्वाचन निष्पक्ष और शांतिपूर्ण होना चाहिए। निर्वाचन में विभिन्न प्रक्रिया के लिए दल गठित किए गए हैं, जो अपने कार्यों का निर्वहन करेंगे। निर्वाचन में व्यय की मॉनिटरिंग एवं आकस्मिक जांच औरं शिकायत के लिए उडऩदस्ता दल और स्थैतिक निगरानी टीम का गठन किया गया है। जो 24 घंटे तीन पालियों में निगरानी रखेगी। इसके लिए 9 उडऩदस्ता दल और 9 स्थैतिक निगरानी दल का गठन किया गया है। यह दल अलग-अलग स्थानों पर चेकपोस्ट का निर्माण कर निगरानी रखेंगे। इन दलों के साथ वीडियोग्राफर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों का सत्यापन किया जा रहा है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों की पहचान कर विशेष निगरानी रखी जाए। ऐसे मतदान केन्द्र जो दूरस्थ क्षेत्र में स्थित है,  वहां मतदान के दिनों में सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि जिले में आदर्श आचार संहिता लागू है। सभी को आदर्श आचार संहिता का पालन करना अनिवार्य है। इस दौरान रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का चलाया जाना प्रतिबंध है। किसी भी स्थान पर कार्यक्रम की निगरानी के लिए वीडियो दल का गठन किया गया है। सामग्री वितरण के समय पुलिस बल मतदान कर्मचारियों के साथ ड्यूटी लगाई गई है। महिलाओं के लिए संगवारी मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। जिसमें सभी अधिकारी महिलाएं होंगी।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा कि निर्वाचन दल और पुलिस आपसी समन्वय के साथ कार्य करेंगे। इस दौरान सभी आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को जिम्मेदारी से कार्य करने की जरूरत है। खैरागढ़ निर्वाचन क्षेत्र में नक्सली क्षेत्र भी शामिल है। इस दौरान अधिक सक्रियता बनी रहेगी। पुलिस प्रशासन को निगरानी रखते हुए कार्य करने की जरूरत है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन के दौरान आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य है। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान के लिए कार्य किया जाए। लॉ एण्ड आर्डर की स्थिति आने से पहले ही स्थिति का निराकरण करें।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स कैलाश शर्मा और  दीपक ठाकुर ने उडऩदस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल के कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निर्वाचन में प्रत्येक प्रत्याशियों के व्यय की सीमा निश्चित होती है। इसके लिए व्यय प्रेक्षक की व्यवस्था की गई है। व्यय प्रेक्षक के सहयोग के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। जिसके द्वारा व्यय सीमा और आदर्श आचार संहिता पालन की जांच की जा रही है। इसके निगरानी के लिए उडऩदस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल का गठन किया गया है। जो संवेदनशील स्थानों पर सतत निगरानी रखते हुए सर्विलेंस का कार्य कर रही है। इसके साथ ही वीडियो सर्विलेंस टीम सतत रूप से साक्ष्य जुटाने का कार्य कर रही है। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एवं रिटर्निंग अधिकारी लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा, जयप्रकाश बढई, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, नगर पुलिस अधीक्षक गौरव राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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