पाकिस्तान में सियासी संकट, विश्वास मत से पहले रैली के जरिए ताकत दिखाएंगे इमरान खान

पाकिस्तान (Pakistan) में कभी भी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेतृत्व वाली सरकार गिर सकती है और प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) को इस्तीफा देना पड़ सकता है. उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव (No-Confidence Motion) पर वोटिंग से पहले इमरान खान इस्लामाबाद में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री खान ने लोगों से रविवार को इस्लामाबाद में उनकी पार्टी की रैली में भाग लेने के लिए कहा. खैबर पख्तूनख्वा के मनसेहरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खान ने विपक्ष पर सांसदों की खरीद-फरोख्त में शामिल होने का आरोप लगाया. इससे पहले खबर है कि इमरान सरकार के 50 मंत्री अचानक गायब हो गए हैं. बता दें कि इमरान खान ने ट्वीट कर कहा था, ‘इंशाअल्लाह 27 मार्च इस्लामाबाद. मैं चाहता हूं कि पाकिस्तान की आत्मा की लड़ाई के लिए सार्वजनिक उपस्थिति के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए जाएं. हम सही के साथ खड़े हैं और राजनीतिक माफियाओं द्वारा उनकी लूटी गई संपत्ति की रक्षा के लिए नेताओं की इस तरह की बेशर्म खरीद की निंदा करते हैं.’

गौरतलब है कि 8 मार्च को विपक्षी पार्टियों द्वारा नेशनल असेंबली के सचिवालय में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था, जिसके बाद से देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है. विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है. क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान इन दिनों अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

शाम पांच बजे रैली को संबोधित कर सकते हैं

डॉन की खबर के मुताबिक, इमरान खान शाम पांच बजे रैली को संबोधित कर सकते हैं. इस रैली में भाग लेने के लिए काफी संख्या में इमरान खान और पीटीआई के समर्थक इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं.

नेशनल असेंबली का सत्र स्थगित

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का महत्वपूर्ण सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए बिना ही स्थगित कर दिया गया. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम चार बजे तक के लिए स्थगित किया जाता है. पाकिस्तान की संसदीय परंपराओं के अनुसार, किसी सांसद के निधन के बाद सदन की पहली बैठक में दिवंगत आत्मा के लिए केवल प्रार्थना की जाती है और साथी सदस्य श्रद्धांजलि देते हैं. नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष शाहबाज शरीफ, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी समेत कई प्रभावशाली विपक्षी सांसद बहुप्रतीक्षित सत्र में भाग लेने के लिये शुक्रवार को संसद में मौजूद थे. विपक्षी नेताओं ने सत्र स्थगित करने को लेकर विरोध प्रकट किया.

विपक्ष को 172 वोटों की जरूरत

342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में क्रिकेटर से नेता बने खान को हटाने के लिए विपक्ष को 172 वोटों की जरूरत है. पीटीआई के सदन में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों की जरूरत है. पार्टी को कम से कम छह राजनीतिक दलों के 23 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है.

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