रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर के इनडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़ शिक्षक संवर्ग एवं पंचायत सचिव संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जब मैंने घोषणा की ओल्ड पेंशन लागू होगी तो यह सोचा नहीं था कि इसका असर कितनी दूर तक होगा। इस अवसर पर संसदीय सचिव चन्द्रदेव राय तथा संघ के पदाधिकारीगण भी उपस्थित हैं.
आगे सीएम भूपेश बघेल ने कहा – एक फैसले से जीवन में कितना परिवर्तन होता है, अधिकारियों कर्मचारियों को अब नहीं रहेगी बुढ़ापे की चिंता, मप्र के बाद शिक्षक भर्ती सीधे हमारे कार्यकाल में हुआ. अब कोई शिक्षा कर्मी भर्ती नहीं होगी जो होगी शिक्षक भर्ती होगी। कोरोना संकट काल में सब को विश्वास था कि एक बार छत्तीसगढ़ बॉर्डर में पहुंच जाएं तो सरकार हमें हमारे घर तक पहुंचा देगी। कोरोना काल में सबसे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने 3 माह का राशन निःशुल्क किया, केंद्र सरकार से भी पहले। योजना का लाभ गरीब से गरीब आदमी तक पहुंचना चाहिए।
सीएम बघेल ने कहा – हमारी कोशिश है कि गांवों के साथ शहरों में लोगों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हो। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने का कार्य कर रहे हैं, 4 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं। वही कार्यक्रम के दौरान इंडोर स्टेडियम – कका है तो भरोसा है… पेंशन पुरुष और न्याय पुरुष ज़िंदाबाद… के नारो से गूंजा।