मुंबई इंडियंस आज फॉर्म में चल रही कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ IPL 2022 के 14वें मुकाबले में उतरेगी। यह मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम (MCA) में शाम 7:30 बजे शुरु होगा। मुंबई की टीम अपने IPL अभियान को पटरी पर लाने के लिए बेताब होगी। रोहित शर्मा के नेतृत्व में मुंबई इंडियंस ने इस सीजन में अब तक अपने दोनों मैच गंवाए हैं। इस बार 10 टीमों में टॉप 4 टीमें प्ले – ऑफ में पहुचेंगी। ऐसे में 5 बार IPL के खिताब पर कब्जा जमाने वाली MI आखिर में अन्य टीमों की कृपा और रन-रेट के फेर में कतई नहीं पड़ना चाहेगी।
दूसरी तरफ श्रेयस अय्यर की अगुआई में कोलकाता नाइट राइडर्स एक बैलेंस्ड साइड दिख रही है। ऑक्शन के दौरान टीम की जरूरत के हिसाब से खिलाड़ियों को जोड़ने का असर मैदान पर साफ नजर आ रहा है। पहले मैच में चेन्नई को 6 विकेट से रौंदने के बाद कोलकाता बेंगलुरु के हाथों 3 विकेट से हार गई। फिर पंजाब किंग्स जैसी मजबूत टीम के खिलाफ 138 का टारगेट मात्र 14.3 ओवर्स में चेज कर KKR ने मानो बाकी सभी टीमों को अपनी ताकत का एहसास करा दिया।
हेड टु हेड में मुंबई ट्रक तो कोलकाता नैनो कार
अबतक दोनों ही टीमों के बीच 29 मुकाबले खेले गए हैं, जिनमें 22 बार मुंबई ने कोलकाता की जीत की उम्मीदों को चकनाचूर किया है। मुंबई के खिलाफ कोलकाता केवल 7 मैच में जीत दर्ज सकी है। मुंबई ने कोलकाता के खिलाफ एक पारी में सबसे ज्यादा 210 और सबसे कम 108 रनों का आंकड़ा छुआ है। दूसरी ओर कोलकाता ने एक इनिंग में मुंबई के खिलाफ मैक्सिमम 232 तो वहीं मिनिमम 67 रन बनाए हैं।
सूर्या आकर मुंबई के डूबते मिडिल ऑर्डर को रोशनी देंगे
सूर्यकुमार यादव के टीम में वापस आने का लाभ मुंबई को मिलने की उम्मीद है। फर्स्ट डाउन की महत्वपूर्ण पोजिशन पर अनमोलप्रीत सिंह की निरंतर असफलता मुंबई के खराब प्रदर्शन की एक प्रमुख वजह रही है। मुंबई के लिए दूसरी मुश्किल उसके बाहुबली बल्लेबाज कीरोन पोलार्ड की खराब फॉर्म है। राजस्थान के खिलाफ पारी की अंतिम गेंद पर आउट होने से पहले वह 24 गेंदों में केवल 22 रन बना सके। इसी का परिणाम रहा कि 194 का टारगेट चेज करते हुए मुंबई 20 ओवरों की समाप्ति के बाद 8 विकेट गंवाकर केवल 170 रन ही बना सकी।
हार्दिक पंड्या के जाने के बाद पोलार्ड से और अधिक जिम्मेदारी उठाने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन वह बॉलिंग में रन लुटा रहे हैं और बैटिंग में बना नहीं पा रहे हैं। मुंबई के पास सचिन और जयवर्धने जैसे बड़े चेहरे डग-आउट में मौजूद हैं, उनके बात करने से परिस्थिति में सुधार हो सकता है। इसके अलावा जोफ्रा आर्चर का अगले सीजन टीम से जुड़ने के लिए उपलब्ध होना भी मुंबई की गेंदबाजी की धार कुंद कर रहा है। ट्रेंट बोल्ट के जाने के बाद डैनियल सैम्स किसी भी तरीके से उस कमी को पूरा करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। डेनियल सैम्स की जगह फैबियन एलेन को प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया जा सकता है।
मुंबई से सब सीजन का बदला लेने को तैयार है KKR
बात अगर KKR की करें तो वह सही मायनों में अपने टैगलाइन की तरह तैयार नजर आ रही है। उमेश यादव की गति और स्विंग बैट्समेन फ्रेंडली माने जाने वाले विकेट्स पर भी बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। सीजन के ओपनिंग ओपनिंग मुकाबले में लास्ट ईयर के ऑरेंज कैप विनर ऋतुराज गायकवाड़ को 0 पर पवेलियन भेजने के बाद से उमेश नहीं रुके हैं। अब तक खेले गए 3 मुकाबलों में उमेश 8 विकेट चटका चुके हैं। ऐसे में उनसे बचना मुंबई के बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती होगी। उमेश के जोड़ीदार के रूप में टिम साउथी के आने के बाद से दोनों छोरों से कोलकाता घातक गेंदबाजी कर पा रही है।
सुनील और वरुण चक्रवर्ती की फिरकी गेंदबाजी के सामने बल्लेबाज हाथ खोलने से परहेज कर रहे हैं। पंजाब के खिलाफ अंतिम मैच में वरुण चक्रवर्ती ने 4 ओवर्स में केवल 14 तो वहीं, सुनील नरेन ने अपने कोटे से केवल 23 रन खर्च किए। शिवम मावी और आंद्रे रसेल के साथ यह गेंदबाजी यूनिट एक कंप्लीट पैकेज नजर आता है। बल्लेबाजी के दौरान टॉप ऑर्डर में जरूर कुछ समस्याएं निकल कर सामने आई हैं। पहले मुकाबले के बाद से अजिंक्य रहाणे का बल्ला खामोश चल रहा है। वेंकटेश अय्यर की खराब फॉर्म भी बदस्तूर जारी है। ऐसे में अय्यर को टीम इंडिया की तरह ही KKR भी मध्य क्रम में भेजने पर विचार कर सकता है। आंद्रे रसेल ने जरूर पंजाब किंग्स के खिलाफ 31 गेंदों पर 8 छक्कों और 2 चौकों की मदद से नाबाद 70 रन ठोक कर फॉर्म में धमाकेदार वापसी कर ली है। वह आज भी बल्ले से आतिशबाजी कर सकते हैं।