घर-घरानों व सार्वजनिक मंदिरों में वासंती नौरात्रि पर्व का आज समापन
राजनांदगांव। आदि शक्ति माता की विभिन्न रूपों में आराधना के पर्व वासंती नौरात्र का आज जोत-जवांरों के विसर्जन और प्रसाद वितरण के साथ समापन हो रहा है। कल ही अष्टमी तिथि पर हवन हुआ था। आज रामनवमी पर दैवी अस्त्रों और धर्म ध्वजाओं के साथ विसर्जन यात्रा सिलसिलेवर निकल रहे हैं।
ज्ञात हो कि शहर में अनेक शाक्त घर-घरानों और मंदिरों में चैत सुदी एकम 2 अपै्रल से स्थापित जोत जवांरों का आज सुबह से विसर्जन यात्रा निकलने का क्रम शहर में जारी है। शहर के तालाबों में इनका विसर्जन हो रहा है। आज दोपहर एक-डेढ़ बजे लखोली स्थित सार्वजनिक शीतला मंदिर में बड़ी संख्या में स्थापित जोत-जवांरों का विसर्जन होकर यात्रा मंदिर लौटी। वहां प्रसाद वितरण होने के साथ शाम भंडारा के आयोजन की भी घोषणा की जा रही थी। इधर लखोली नाका चौक स्थित चंडी मांई मंदिर में विसर्जन यात्रा की तैयारी की जा रही थी। इस क्रम में बड़ी संख्या में ज्योति कलश सिर पर रखने गंुड़री बनाये जा रहे थे। बताया गया कि वहां के अपराह्न साढे़ तीन बजे विसर्जन यात्रा निकलकर तालाब जायेगी। ज्ञात हो कि चंडी मांई मंदिर के ज्योत जवांरे रानी सागर में विसर्जित होते हैं, जिन्हें देखने की प्रतीक्षा शहर के बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को रहती है। शीतला सिद्धपीठ जमातपारा, मां पाताल भैरवी मंदिर बर्फानी धाम काली माई मंदिर भरकापार, महामाई मंदिर कोतवाली के पीछे सहित काली माता मंदिर बाबूटोला वार्ड क्रमांक एक सहित शहर के कई मंदिरों में भी जोत जवांरों रखे गये थे और शाम रात्रि को भी विसर्जन यात्रायें निकलेंगीं।