हम भारतीयों के लिए घूमने का एक फेवरिट देश भूटान अब मुफ्त नहीं रह जाएगा। दुनिया के सबसे सुखी देश माने जाने वाले भूटान ने भारत समेत सभी पड़ोसी देशों के लिए भी फीस वसूलने का फैसला किया है। इस बाबत प्रस्ताव तैयार हो चुका है। आने वाले कुछ दिनों से ये नियम लागू हो सकते हैं.
17,700 रुपए चुकाने पड़ सकते हैं
भूटान सरकार ने फैसला किया है कि 250 डॉलर (17,700 रुपए) मिनिमम डेली पैकेज विदेशी सैलानियों के साथ ही भारत, बांगलादेश और मालदीव के सैलानियों से भी वसूला जाए। इसका मतलब यह हुआ कि भूटान में आपको एक दिन का पैकेज लेना अनिवार्य होगा. 17700 रुपए में से 65 डॉलर सस्टेनब्लिटी डेवलेपमेंट फीस के अलावा एक दिन का 3 सितारा होटल का किराया, भोजन, भूटान में स्थांतरण, ट्रैवल ऑपरेटर फीस और कैंपिंग के लिए उपकरण शामिल है. फिलहाल भूटान सरकार भारतीय सैलानियों प्रवेश के लिए से 50-500 रुपए तक वसूलती है और कोई अनिवार्य पैकेज लेने की जरुरत नहीं है.
पड़ोसी देशों से आने वाले सैलानियों से 95 प्रतिशत भारतीय
भारतीय सैलानियों के लिए भूटान हमेशा से ही एक फेवरिट जगह रही है. पिछले साल भर में पड़ोसी देशों से भूटान जाने वाले सैलानियों में लगभग 1.91 लाख भारत से थे. वहीं बांग्लादेश से लगभग 10.45 हजार सैलानी इस खूबसूरत देश में घूमने आए.
कैसे पड़ेगा फर्क
मान लीजिए अगर भूटान सरकार न्यूनतम 17,700 रुपए का अनिवार्य फीस वसूलती है तो किसी एक भारतीय सैलानी को 3-4 दिन घूमने के लिए कम से कम 23,000 रुपए तक खर्च करना पड़ सकता है. जबकि ज्यादातर भारतीय बजट होटलों में रुकते हुए ही अपनी यात्रा करती है. नया फैसला लागू हुआ तो खुद भूटान के टूरिज्म पर असर पड़ने की संभावना है.