0- घंटो प्लेटफार्म पर कर रहे तपस्या
राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन अंतर्गत तीनों रेल मंडलों नागपुर, रायपुर और बिलासपुर के रेल यात्रियों की परेशानी इन दिनों बढ़ गई है। इसकी वजह है अप और डाऊन करके कई ट्रेनों के परिचालन लंबी अवधि के लिये रद्द होना। नागपुर रेल मंडल अंतर्गत राजनांदगांव और इसके आसपास के स्टेशनों के यात्रियों को तो और अधिक परेशान होना पड़ रहा है। अप-डाऊन मिलाकर 22 ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं होने के कारण रेल यात्रियों की नाराजगी जहां रेलवे प्रशासन से है और उससे ज्यादा यहां के बड़े नेताओं से है।
बता दें कि नागपुर रेल मंडल में इतवारी से रसमड़ा स्टेशन तक के यात्रियों को प्लेटफार्मों पर भरी गर्मी में घंटों तपस्या करनी पड़ रही है तब जाकर कोई ट्रेन मिल पाती है। दैनिक पहुना ने राजनांदगांव स्टेशन आज दोपहर पड़ताल की। पैरों से लाचार यात्री मानिक चंद साकिन बिरसोला एमपी बॉर्डर (गोंदिया) ने कहा- डेढ़ घंटा से बैठे हैं। अब तक गोंदिया पहुंच जाते। ट्रेन अहमदाबाद शाम 5.20 बजे आयेगी ऐसा बताया जा रहा है। इतनी सारी ट्रेन एक साथ रद्द नहीं की जानी चाहिये थी। परेशान तो हम पब्लिक हो रहे हैं। रिजर्वेशन कराने के बाद भी तकलीफ है। वहीं मंगरू धावड़े डुमर घुंचा (मोहला) ने कहा- सपरिवार पुरी जा रहे हैं। आजाद हिंद की प्रतीक्षा है जो कब आयेगी स्पष्ट नहीं है। प्लेटफार्म पर बैठे तो 10 बजे से हैं। गोपाल कुंजाम निवासी खुरखेड़ा नांदनी (गढ़चिरौली) ने कहा – उन्हें भी आजाद हिंद का इंतजार है और प्लेटफार्म पर 11बजे से हाजिर हैं। इन दोनों भी ने कहा कि इतनी सारी ट्रेनों को एक साथ रद्द नहीं किया जाना चाहिए था।
दूसरी ओर रेलवे स्टेशन प्रबंधक आरके बर्मन ने यह कहा, मैं मानता हूं कि कम से कम एक लोकल ट्रेन तो चलनी चाहिए, जेडी ही सही। रेलवे स्टॉफ को भी असुविधा हो रही है। सुबह दुर्ग जाने कोई ट्रेन नहीं है तो 10 बजे कौन जायेगा। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि 24 अप्रैल से 23 मई तक एक माह की अवधि मंे रेलवे की अधोसंरचना के विकास हेतु अप की 11 और डाऊन की 11 करके 22 ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है। इनमें राजनांदगांव स्टॉपेज की ट्रेने छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, रायपुर-सिकंदराबाद, भगत की कोठी, बीकानेर, समता एक्सप्रेस, लोकल में जेडी और रायपुर डोंगरगढ़ शामिल हैं। जिन ट्रेनों का स्टॉपेज यहां नहीं होता उनमें एलटीटी भुवनेश्वर, पुरी एलटीटी, हटिया एलटीटी और विशाखापट्टनम एलटीटी हैं।