मनरेगा कर्मचारियों की बेमियादी हड़ताल से मजदूरों की परेशानी बढ़ी

राजनांदगांव। जिले के मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल, धरना-प्रदर्शन आंदोलन एक माह होने के करीब है। संगठन का यह आंदोलन बीते 4 अप्रैल से जारी है। नियमितीकरण सहित 2 सूत्रीय मांग को लेकर जारी इनका आंदोलन समाप्त होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। कलेक्टोरेट के सामने फ्लाई ओवर के नीचे बड़ी संख्या में रोज बैठ रहे आंदोलनकारियों को शासन-प्रशासन से कोई आश्वासन नहीं मिल रहा है जिससे वे अपना आंदोलन स्थगित कर पाते।
प्रभावित हो रहे काम, मजदूरों के रूक रहे पेमेंट
उक्त संबंध में बुद्धूभरदा के सरपंच रोशन बंजारे ने कहा कि उनके यहां हड़ताल के पहले तालाब का काम हुआ था, उसका पूरा पैसा मजदूरों को नहीं मिला है। उनके डोंगरगांव ब्लॉक के मनरेगा कर्मचारी जनपद पंचायत के सामने आंदोलन करते बैठ रहे हैं। पंचायत सचिव के बाद रोजगार सहायक, मनरेगा कर्मचारी होते हैं जो गांव में मनरेगा कार्य की लिखा-पढ़ी आदि के लिए एक प्रकार से संविदा ही सही सर्वेसर्वा शासकीय कर्मचारी होते हैं। गर्मी के दिनों में यानी फरवरी से जून तक सब तरफ मनरेगा के मिट्टी मूलक कार्य अधिक होते हैं तो लंबी हड़ताल से मजदूरों के 100 दिन के टारगेट भी पूरे नहीं हो रहे हैं।

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