दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट ने पश्चिम बंगाल से टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के एक मामले में कथित रूप से फर्जी दस्तावेज जमा करने को लेकर कोलकाता पुलिस के खिलाफ केस की है। बताया जा रहा है कि यह केस प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है। सूत्रों के मुताबिक टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के कुछ दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं जिसके लिए ऑर्डर कोलकाता पुलिस की ओर से था।
प्रवर्तन निदेशालय पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया था। अभिषेक बनर्जी की पत्नी को भी एजेंसी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। इसी साल मार्च में ईडी की ओर से आठ घंटे तक चली पूछताछ के बाद अभिषेक बनर्जी ने दावा किया था कि भाजपा विपक्षी दलों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय जांच ब्यूरो और आयकर विभाग का इस्तेमाल कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
ईडी ने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत सीबीआई की ओर से दर्ज नवंबर 2020 की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया है। इसमें आसनसोल और उसके आसपास राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये का कोयला चोरी का आरोप लगाया गया था। स्थानीय कोयला संचालक अनूप मांझी उर्फ लाला को इस मामले में मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है। ईडी ने दावा किया था कि टीएमसी सांसद इस अवैध कारोबार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं। हालांकि सांसद ने सभी आरोपों से इनकार किया है।