कोरबा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान पर 1 मई श्रम दिवस को जिसे देखों वही बासी खाता दिखा। यहां तक कि कोई अफसर थाली में बासी खा रहा था तो कई नेता चम्मच से बासी खाते दिखे। अब इस पूरे बोरे-बासी खाने के अभियान पर ठेठ छत्तीसढ़िया नेता पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने सवाल उठाए हैं। श्री कंवर ने कहा है कि किस डॉक्टर ने कहा है बोरे-बासी में होता है प्रोटीन, मुख्यमंत्री बताएं तो जरा। श्री कंवर ने कहा कि छत्तीसगढ़ का गरीब मजदूर मजबूरी और गरीबी की वजह से खाते हैं बोरे-बासी। श्री कंवर ने कहा कि राज्य के आईएएस, आईपीएस अफसर मुख्यमंत्री को दिखाने के लिए खा रहे थे बोरे बासी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि राज्य के गरीब मजदूरों को बोरे-बासी खाने की नौबत ना आए ऐसे इंतजाम होने चाहिए। सीएम राज्य की जनता को बोरे-बासी से ऊपर उठाएं। यदि मेरी बात किसी को समझ में नहीं आ रही है तो जाकर देखे गांव में, और पूछें ग्रामीणों से कि क्या वे शौक से खाते हैं बोरे-बासी।