उत्तर-भारत में शादी का सीजन चल रहा है। गर्मी की छुट्टी होने से स्कूल बंद हो गए हैं। ऐसे में स्टेशन में दीवाली और छठ से ज्यादा भीड़ गांव की तरफ जा रही है। रविवार को रायपुर रेलवे स्टेशन में भारी भीड़ देखने को मिली। मुंबई, दिल्ली, हावड़ा, उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में इतनी भीड़ है कि यात्रियों का रिजर्वेशन टिकट होते हुए भी उन्हें अपनी सीटों के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है, क्योंकि रेलवे ने ट्रेनें रद कर दी हैं, इसलिए टिकटों की मारामारी मची हुई है। इन रूटों पर चलने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग है, इसलिए यात्री मजबूरी में वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करने को मजबूर हैं। रेलवे के अधिकारी का कहना है कि पीक सीजन चल रहा है। इस कारण स्टेशन में भीड़ होना स्वाभाविक है।
गौरतलब है कि रायपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना 112 ट्रेनें और 50 हजार यात्री सफर करते थे। गर्मी शुरू होते ही ट्रेनों में यात्रियों का दबाव बढ़ जाता है, लेकिन इस गर्मी में रेलवे ने दो अलग-अलग बार में 33 ट्रेनों को रद कर दिया है। रद की वजह से ज्यादातर ट्रेनें पैक हो गई हैं। रेलवे आरक्षण केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक लंबी दूरी की मुंबई हावड़ा मेल, गीतांजलि सुपर फास्ट और आजाद हिंद, सारनाथ, संपर्कक्रांति, सारनाथ जैसी गाड़ियां मई माह तक पैक हो गई हैं।
लोकल ट्रेन रद, यात्री परेशान
रेलवे ने एक्सप्रेस के साथ ही लोकल ट्रेनों को रद कर दिया है। लोकल ट्रेनें रद होने के बाद इन शहरों से आने वाले यात्रियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है, क्योंकि कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद सरकारी और प्राइवेट दफ्तर नियमित खुल रहे हैं। राजधानी में बिलासपुर, भाटापारा, राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई आदि जगहों से आकर लोग नौकरी करते हैं। लोग ट्रेन में सवार होकर रायपुर स्टेशन आते थे और पार्किंग से मोटरसाइकिल लेकर अपने कार्यालय चले जाते थे, लेकिन लोकल ट्रेन बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रायपुर के स्टेशन डायरेक्टर राकेश सिंह ने कहा, गर्मी के सीजन में हर साल भीड़ रहती है, क्योंकि स्कूल बंद हो जाते हैं। ऐसे में ज्यादातार यात्री शादी या फिर घूमने जाते हैं। ट्रेनों के रद होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है।