नारायणपुर। नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर जिले में बुधवार की सुबह डीआरजी की टीम एरिया डोमिनेशन / नक्सल गस्त सर्चिंग पर निकली थी। टीम को ग्राम बेचा, हितुलवाड़, कावानार, ब्रेहबेडा तक जाना था। टीम जब डोमिनेशन, नक्सल गस्त सर्चिंग करते हुये बेचा से हितुलवाड़ की ओर आगे बढ़ रही थी तभी हितुलवाड़ के जंगल में कुछ व्यक्ति पुलिस पार्टी को देखकर भागने की कोशिश कर रहे थे। तब पुलिस पार्टी – डीआरजी बल ने घेराबंदी कर कुछ लोगों को पकड़ा, पूछताछ करने पर 3 लोगों ने खुद को नक्सली बताते हुए नक्सल अपराध करने की बात स्वीकारी। दो नक्सली मनीराम दर्रो उर्फ रंजीत और रामधर कोर्राम उर्फ रैयसिंह उर्फ रायसिंह ने मार्च 2021 को कैम्प कडेनार एवं कन्हारगांव के मध्य ग्राम बुकिनतोर पुलिया के पास हुये आईईडी ब्लास्ट में शामिल होना स्वीकार किया। ये दोनों घटना के दिन पुलिस पार्टी को जान से मारने व हथियार लूटने की नीयत से घटनास्थल पर कई आईईडी लगाकर रखे थे। जिसमें से एक आईईडी को ब्लास्ट कर पुलिस बस को ब्लास्ट किया गया था। शेष आईईडी ब्लास्ट नहीं हो पाया था, जिसे पुलिस पार्टी के जाने के बाद अगले दिन दोनों आरोपियों ने घटनास्थल के पास से एक आईईडी को निकाल कर हितुलवाड के जंगल में छिपाया था। जिसे पुलिस पार्टी दोनों आरोपियों के साथ ग्राम हितुलवाड के जंगल जाकर आरोपियों के निशानदेही पर एक कुकर आईईडी बम लगभग 05 किग्रा, एक डेटोनेटर, लाल काले कलर का बिजली वायर लगभग 5 मीटर बरामद कर जप्त करते हुए दोनों आरोपियों को थाना छोटेडोंगर के हवाले कर दिया। पुलिस ने इन नक्सलियों को गिरफ्तार विशेष न्यायाधीश, एनआईए एक्ट, कोंडागांव के समक्ष पेश किया।
बुकिंगतोर बम ब्लास्ट एक बड़ी नक्सल घटना थी, जिसमें 5 जवान शहीद हुए थे। घटना के बाद से ये दोनों आरोपी फरार थे जिन्हें पुलिस काफी दिनों से तलाश रही थी। भगत कोर्राम उर्फ बल्कु कोर्राम, पिता धौजन, उम्र 40 वर्ष, जाति गोंड, निवासी ग्राम हितुलवाड, थाना छोटेडोंगर ने अप्रैल 2020 और दिसंबर 2021 को कडेमेटा-कडेनार के बीच रोड निर्माण और पुलिया निर्माण को ध्वस्त करने की घटना में शामिल होना स्वीकार किया। उसे भी गिरफ्तार कर माननीय मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट, नारायणपुर के समक्ष पेश किया गया।