अगर आप जल्द ही अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले हैं या इसे रिन्यू करवाने की तैयारी में हैं तो यह खबर आपके काम की है. केंद्र की मोदी सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियम (Driving License Rules) में बड़े बदलाव किए हैं. इन बदलावों के बाद नए ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) बनवाना और रिन्यू करवाना आपके लिए और आसान हो जाएगा. इसके साथ ही अब आपकी ड्राइविंग लाइसेंस के काम के लिए बार-बार RTO ऑफिस के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे.
नए नियम 1 जुलाई 2022 होंगे लागू
पहले ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए लोगों को टेस्ट देना पड़ता था. लेकिन, अब नियमों में बदलाव के बाद आपको किसी तरह का टेस्ट नहीं देना पड़ेगा. लोगों की सुविधा के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और हाईवे मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) ने ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए नियमों में कई बदलाव किए हैं. इस नए नियम के कारण अब लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए महीनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. कुछ ही दिनों में आपका ड्राइविंग लाइसेंस बनकर तैयार हो जाएगा.
केवल एक सर्टिफिकेट के जरिए बन जाएगा डीएल (DL)
अगर आप नया ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं तो RTO के चक्कर लगाकर इसे बनवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब आप अगर ड्राइविंग सीखने के लिए अगर किसी ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल (Driving Training School) में रजिस्ट्रेशन करवाते हैं तो वहां ट्रेनिंग लेने के बाद आसानी से एक टेस्ट देकर एक ड्राइविंग सर्टिफिकेट बनवा लें. इसके बाद आप इस सर्टिफिकेट के जरिए आपका जल्द से जल्द ड्राइविंग लाइसेंस बन जाएगा.
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए चलेगा कोर्स
डीएल बनाने के लिए एक कोर्स तैयार किया गया है जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों को शामिल किया गया है. इस कोर्स में लाइट मोटर व्हीकल (LMV) का कोर्स 4 हफ्ते और कुल 29 घंटे का होगा. वहीं प्रैक्टिकल कोर्स में आपको गाड़ी शहर, गांव, रिवर्सिंग और पार्किंग आदि के लिए पूरे 21 घंटे का समय मिलेगा. साथ ही 8 घंटे में आप थ्योरी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने किया घाटे का बजट पेश
पक्ष-विपक्ष दोनों के नेताओं ने साधा एक-दूसरे के बड़े नेताओं पर निशाना
राजनांदगांव। यहां के नगर निगम में सत्तासीन कांग्रेस महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने आज पूर्वाह्न घाटे का बजट पेश किया। बजट बैठक शुरूआती दौर से विपक्ष हंगामें, बहिर्गमन, पोस्टरबाजी और नारेबाजी की भेंट चढ़ गया और इसी बीच निगम अध्यक्ष हरिनारायण धकेता ने बजट पारित होने की घोषणा कर दी। यह भी उल्लेखनीय है कि निगम में दोनों के नेताओं ने एक-दूसरे के बड़े नेताओं (मुख्यमंत्री-पूर्व मुख्यमंत्री) पर निशाना साधा।
निगम इतिहास में शायद ही हुआ होगा कि इतनी जल्दी बजट पास हो गया हो। पूर्वाह्न से बैठक शुरू होकर रात-देर रात तक भी बजट पारित हुए हैं। इस सालाना निगम बजट मंे पार्षद शिव वर्मा भाजपा के बाकी 18 पार्षदों के बहिर्गमन के बाद सदन में भारी पड़ते रहे। वॉकआऊट करने वाले विपक्षी पार्षदगण टाऊनहाल के नार्दर्न गेट पर आधी धूप-आधी छांव में बैठकर नारेबाजी करते रहे। वे कह रहे थे कि सभापति होश में आओ। सभापति को महापौर की गुलामी से निकलना होगा। तब तक 12.00.12.15 बजे से तक भाजपा के शहर अध्यक्ष दक्षिण ब्लॉक तरूण लहरवानी, उपाध्यक्ष अशोकादित्य, युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रखर वैष्णव, महामंत्री हकीम खान आदि भी सदन की कार्यवाही देखने गणमान्य लोगों की भांति ही गए थे। फिर पौने एक बजे जैसे ही शिव वर्मा सदन छोड़ कर बाहर गये वेसे ही सभापति ने दोपहर 12.49 बजे बजट पारित होने की घोषणा कर दी।
बजट इस प्रकार
महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने अपने तीसरे वर्ष के बजट अभिभाषण में बताया है कि वर्ष 2021-22 के बजट प्रावधानों के विरूद्ध पुनरीक्षित आय 361 करोड़ 52 लाख 34 हजार रू. तथा पुनरीक्षित व्यय 383 करोड़ 29 लाख 63 हजार रू. है। बजट अनुमान अंतर्गत कुल अनुमानित आय 472 करोड़ 18 लाख 21 हजार रू. तथा व्यय 503 करोड़ 11 लाख 46 हजार रू. था, जबकि वर्ष 2021-22 में प्रारंभिक अवशेष 30 करोड़ 47 लाख 99 हजार रू. था। वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट प्रावधान में प्रस्तावित आय 434 करोड़ 22 लाख 35 हजार रू. तथा व्यय 466 करोड़ 5 लाख 51 हजार रू. है। वर्ष 2022-23 की अनुमानित प्रारंभिक अवशेष राशि 31 करोड़ 57 लाख 55 हजार की संभावना है। इसे मिलाकर कुल आय 465 करोड़ 79 लाख 90 हजार रू. होता है। इस प्रकार घाटे का बजट 25 लाख 61 हजार रूपये है।