कोलकाता: कोरोना वायरस (COVID 19) महामारी की चौथी लहर का खतरा तेज हो गया है. कोलकाता के जोका में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट (IIM Kolkata) के कैंपस में 28 छात्र और स्टाफ कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसकी वजह से आईआईएम कोलकाता कैंपस को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा सकता है. फिलहाल कोविड-19 की चपेट में कितने स्टूडेंट्स और कितने स्टाफ के लोग हैं इसकी जानकारी नहीं मिली है. लेकिन लगातार बढ़ते मामलों के देखते हुए जरूरी सावधानी बरती जा रही हैं.
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के अनुसार, केएमसी कोविड-19 केस को ट्रैक करने के लिए आईआईएम के अंदर अपने टेस्ट कियोस्क लगाएगी. अगर आईआईएम अथॉरिटी कोविड टेस्ट के लिए प्राइवेट लैब तैयार करती है तो कैंपस को कंटेनमेंट जोन बनाया जा सकता है. दरअसल, कैंपस में कोविड पॉजिटिव पाए गए छात्र-छात्रों समते इंस्टीट्यूट के स्टाफ को कोविड-19 के हल्के लक्षण महसूस हो रहे थे. टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद, सभी को क्वारंटाइन करके इलाज शुरू कर दिया गया है. पॉजिटिव लोगों के परिवार वालों को इसकी सूचना दे दी गई है और खुद का टेस्ट कराने की भी सलाह दी है. अन्य छात्रों और कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं. इसके अलावा, पुलिस ने कैंपस के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर आवाजाही को रोक दिया है.
हाल ही में पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने कोविड-19 से संबंधित एक रिपोर्ट अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की थी. रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 12 मई को कुल 42 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे. इस आंकड़े के साथ पश्चिम बंगाल में कुल पॉजिटिव मामले बढ़कर 20 लाख 18 हजार 713 हो गए. हालांकि इस बीच एक दिन में 39 लोग ठीक भी हुए हैं. रिकवरी रेट 98.93 प्रतिशत दर्ज किया गया. राज्य में एक दिन 9000 से ज्यादा कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं.