जम्मू-कश्मीर में शोपियां जिले के तुर्कवागाम इलाके में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. इस मुठभेड़ के दौरान एक नागरिक घायल हो गया था जिसे इलाज के लिए श्रीनगर के एसएचएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. रविवार को जम्मू-कश्मीर के संयुक्त सुरक्षा दल के जवानों पर आतंकियों ने अचानक से फायरिंग कर दी जिसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए आतंकियों पर फायरिंग की.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मीडिया से बातचीत में बताया, शोपियां से जोड़ने वाले पुल के पास सुरक्षा जवानों की ज्वाइंट फोर्स पेट्रोलिंग पर निकली थी इस दौरान आतंकियों ने इस टीम पर फायरिंग कर दिया. इस फायरिंग में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. दोनों तरफ से हो रही गोलीबारी के बीच एक स्थानीय नागरिक इसकी चपेट में आ गया. शोएब अह गनी नामक इस शख्स को एनकाउंटर में घायल होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.
आईजीपी कश्मीर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि शोपियां जिले के तुर्कवागाम में आतंकवादियों, पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम के बीच मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग में घायल एक नागरिक की मौत हो गई.
गुरुवार को आतंकियों ने की थी राहुल भट्ट की हत्या
आपको बता दें कि धारा 370 के निष्प्रभावी होने के बाद से आतंकी बौखलाए हुए हैं वो आए दिन किसी न किसी वारदात को अंजाम देते रहते हैं जिसके बाद सेना के जवान सर्च ऑपरेशन कर इन आतंकियों के खात्मे का अभियान चलाते हैं. अभी गुरुवार को ही आतंकियों ने सरकारी दफ्तर में घुसकर सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या कर दी थी. राहुल भट्ट चडूरा शहर में तहसील कार्यालय में बतौर क्लर्क कार्यरत थे उन्हें साल 2010-11 के दौरान प्रवासी कश्मीरी पंडितों के लिए विशेष नियोजन पैकेज के तहत सरकारी नौकरी मिली थी.
शुक्रवार को ही जवानों ने राहुल भट्ट के हत्यारों को ढेर कर दिया था
राहुल भट्ट की हत्या के बाद जवानों ने जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा के बराड़ इलाके में खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सर्च अभियान शुरू कर दिया और अगले दिन यानि कि शुक्रवार को उन दोनों आतंकियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया जिन्होंने राहुल भट्ट की हत्या की थी. जैसे ही जवानों को बांदीपोरा इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली. जवानों ने तुरंत ही इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर जब फायरिंग शुरू की तो ऑपरेशन मुठभेड़ में तब्दील हो गया.