देश में बढ़ते डिजिटाइजेशन (Digitalisation) के साथ-साथ साइबर अपराध के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. ऐसे में लोगों को इस तरह की ठगी से बचने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है. पीआईबी (PIB Fact Check) वायरल हो रहे मैसेज का फैक्ट चेक करती है.
किसान क्रेडिट कार्ड पर वायरल हो रहा मैसेज
पिछले कुछ दिनों में एक मैसेज बहुत तेजी से वायरल (Viral Message) हो रहा है. इस मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि 1 अप्रैल 2022 से किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) पर किसी तरह का ब्याज दर नहीं लगेगा. इस वायरल मैसेज में यह बताया गया है कि जिन किसानों ने 3 लाख रुपये तक का किसान क्रेडिट कार्ड लिया है उसे किसी तरह का ब्याज नहीं देना होगा. फिलहाल किसानों को 4 प्रतिशत का ब्याज दर देना होता है.
पीआईबी ने ट्वीट कर बताई वायरल मैसेज की सच्चाई
वायरल मैसेज का पीआईबी ने फैक्ट चेक (PIB Fact Check) किया है. पीआईबी ने इस मामले पर ट्वीट करके यह जानकारी दी है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है (Fake News). इस तरह कोई निर्णय केंद्र सरकार द्वारा नहीं लिया गया है. इसके साथ ही पीआईबी ने यह भी बताया है कि किसान क्रेडिट कार्ड पर 7 प्रतिशत का ब्याज दर किसानों को देना होता है.
सरकार ने नहीं लिया इस तरह का कोई फैसला
पीआईबी ने यह बताया है कि सरकार ने इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया है. न्यूज पेपर पर छपे आर्टिकल की यह न्यूज़ पूरी तरह से फर्जी है. आपको बता दें कि किसानों की मदद करने के लिए सरकार सस्ते दर पर किसान क्रेडिट कार्ड जारी करती है. इसका इस्तेमाल किसान अपनी खेती के काम के लिए कर सकते हैं.