रायपुर। छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं निवेशक कल्याण संघ ने बुधवार को राजधानी रायपुर के समीप स्थित आरंग में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया। इनमें संघ ने सैकड़ों की संख्या में बस स्टैंड आरंग के समीप टेंट लगाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान निवेशक कल्याण संघ ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम पर एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में तहसीलदार को बताया कि चिटफंड में डूबी निवेशकों की राशि वापसी संबंधी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। संघ ने बताया कि 16 सितंबर 2018 को राजीव भवन में संघ से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाने सहयोग मांगा था। हमने कांग्रेस का पूरा सहयोग किया, जिसका परिणाम अपेक्षा से अधिक सीट आया। फल स्वरूप कांग्रेस की सरकार का गठन हुआ। छत्तीसगढ़ में विगत कई वर्षों से छत्तीसगढ़ की भोली भाली निवेशकों के पैसा चिटफंड कंपनी में जमा किए हुए थे, जिसकी आज तक रकम वापसी नहीं हुई है। रकम वापसी को लेकर छत्तीसगढ़ अभिकर्ता निवेशक कल्याण संघ लगातार धरना पर धरना, रोड से लेकर सदन तक आंदोलन करते आ रहे हैं।
इसी कड़ी में आज आरंग में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया था। इसी कड़ी में अभिकर्ता कल्याण संघ के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण चंद्राकर ने राज्य सरकार एवं कांग्रेस-भाजपा जैसे पार्टियों के दिग्गज नेताओं पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लोग छत्तीसगढ़ की भोली-भाली गरीबों की गाड़ी कमाई रकम दोगुना के लिए चिटफंड कंपनियों में निवेश किए हुए थे। इनकी रकम वापसी को लेकर पूर्व की रमन सरकार और वर्तमान की भूपेश सरकार गरीबों के ऊपर शोषण कर रही है। गरीबों के धन वापसी के लिए कोई उचित कदम नहीं उठा रही है। इस दौरान शिवसेना के जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे थे। राकेश शर्मा छत्तीसगढ़ सरकार पर गरीबों की रकम वापसी को लेकर जमकर बरसे।