Bank Interest Rates: मई की शुरुआत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से रेपो रेट में अचानक वृद्धि करने का ऐलान किया था. उस समय आरबीआई की तरफ से रेपो रेट को 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.4 फीसदी कर दिया गया था. जिसके बाद बैंकों ने कर्ज पर ब्याज दर को बढ़ा दिया था. इसका असर ग्राहकों की तरफ से की जाने वाली फिकस्ड डिपॉजिट (FD) और बचत खाते की ब्याज दर पर भी पड़ा. कई बैंकों ने ब्याज दर में बढ़ोतरी का ऐलान किया था.
2 करोड़ से कम की एफडी में बदलाव
हाल ही में आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने 2 करोड़ से कम की एफडी (Fixed Deposit) की दरों में बदलाव किया है. बैंक ने 290 दिन से 10 साल की एफडी पर मिलने वाले ब्याज में बदलाव किया है. इस बदलाव को 16 मई 2022 से लागू किया गया. इसके अलावा आईडीएफसी बैंक (IDFC First Bank FD Rates) एफडी के रेट में इजाफा किया है. 23 मई से प्रभावी हुई नई ब्याज दर में 1 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई है.
करोड़ों ग्राहकों को होगा ‘नुकसान’
इस सबके बीच यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) ने ब्याज दर घटाने की बात कही है. बैंक के इस फैसले से करोड़ों ग्राहकों को चपत लगी है. यूनियन बैंक ने सेविंग अकाउंट की ब्याज दर कटौती करने का ऐलान किया है. बैंक की तरफ से 50 लाख रुपये तक की डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दर में 15 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है.
पहले 50 लाख रुपये तक की जमा पर यूनियन बैंक की तरफ से 2.90 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता था. लेकिन अब इसे घटाकर 2.75 प्रतिशत कर दिया गया है. हालांकि बैंक की तरफ से 100 करोड़ से 500 करोड़ की जमा पर ब्याज दर में 20 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया है. पहले यह दर 2.90 प्रतिशत थी, जिसे अब बढ़ाकर 3.10 प्रतिशत कर दिया गया है. नई दरें 1 जून 2022 से प्रभावी होंगी.