राजनांदगांव। जनसम्पर्क विभाग द्वारा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिले में कला जत्था के माध्यम से शासन की योजनाओं का प्रसार किया जा रहा है। समय लोकहित सेवा संस्था, धरती के सिंगार संस्था, सृजन सामाजिक संस्था के कलाकार अपनी नृत्य प्रस्तुति एवं नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से प्रसार कर रहे हैं। शासन की लोकहितैषी योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ी संस्कृति के अनुरूप ग्रामवासियों को जानकारी दी जा रही है। छत्तीसगढ़ी में ग्रामवासियों को यह बताया कि छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल ह गांव में गौठान के निर्माण करे हे। गोबर के खातू बनत हे, वर्मी खाद से सुन्दर फसल उपजावत हन। हमर लोक संस्कृति अऊ खेल घलो ल महत्व मिले हे। पेज-पसिया, बोरे बासी ल विदेशी मन घलो खावत हे, छत्तीसगढियां सबले बढिय़ा संगवारी हो। छत्तीसगढ़ में योजनाओं की जानकारी देते हुए कला जत्था के दल ने कहा कि नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी ल सुरता करहू संगवारी। हमर गांव के विकास खेत-खार, सिंचाई में हमर सहभागिता होनी चाहिए। किसान के उपज के उचित मूल्य मिलथे। सरकार ह महिला सशक्तिकरण बर नया ताना-बाना बुने हे। हरेली, तीजा तिहार अऊ छठ पूजा ल महत्व दे के छुट्टी दे हे। समय लोकहित सेवा संस्था द्वारा धर ले कुदारी गा किसान…, नोनी ह पढ़ी ज्ञान के जोत जलाही… बिहनिया के सूरज देवता जैसे सुमधुर गीतों पर मोहक प्रस्तुति देते हुए कलाजत्था के दल सुदूर वनांचल तक पहुंच रहे हैं।
जिले के सभी 9 विकासखंडों के 90 ग्रामों में कला जत्था दल अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दे रहे हैं। समय लोकहित सेवा संस्था द्वारा छुरिया, डोंगरगढ़ एवं मोहला के ग्रामों में प्रस्तुति दी जा रही है। सृजन सामाजिक संस्था के कलाकार खैरागढ़ विकासखंड के ग्राम सलोनी, बघमर्रा, चारभांठा, केसला में प्रस्तुति दी है। धरती के सिंगार संस्था द्वारा अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम सोनसायटोला, भड़सेना, कोडुटोला, कोरचाटोला, टाटेकसा, राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम रेंगाकठेरा में प्रस्तुति दी गई।