भारतीय हॉकी टीम ने एशिया कप का ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। बुधवार को तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में भारत ने जापान को 1-0 से हराया। मैच का इकलौता गोल राजकुमार पाल ने किया। सुपर-4 के अपने आखिरी मैच में साउथ कोरिया के साथ मुकाबला 4-4 की बराबरी पर खेलने के कारण भारतीय टीम फाइनल में नहीं पहुंच सकी, उस मैच में भारत के लिए जीत हासिल करना जरूरी था। फाइनल मुकाबला साउथ कोरिया और मलेशिया के बीच खेला जाएगा।
7वें मिनट में ही कर दिया था राजकुमार ने गोल
टीम इंडिया ने मैच में शुरू से ही पकड़ बनाकर रखी थी। राजकुमार पाल ने पहले क्वार्टर के 7वें मिनट में ही टीम इंडिया के लिए गोल दाग दिया था। इसके बाद जापान की टीम लगातार गोल करने का प्रयास करती रही, लेकिन वो गोल नहीं कर पाई। भारत की ओर से भी कोई गोल नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने कमाल का डिफेंड किया।
डिफेंडिंग चैंपियन थी इंडिया
टीम इंडिया 2017 में खेले गए एशिया कप में विजेता रही थी। तब उसने मलेशिया को 2-1 से हराते हुए खिताब जीता था। उससे पहले भारत ने 2013, 2007, 2003, 1994, 1989, 1985 और 1982 के सीजन में टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। इनमें से टीम इंडिया ने 2017, 2007 और 2003 में खिताब जीते।
इस साल टूर्नामेंट में भारत ने नए प्रयोग किए और कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया। टीम की कमान बीरेंद्र लाकड़ा के हाथ में थी। इस टूर्नामेंट के लिए नियमित कप्तान मनप्रीत सिंह को भी आराम दिया गया था।