रायपुर। राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा (एनएमएमएसई) 2022 में राज्य में इस बार 1,389 विद्यार्थी सफल हुए हंै। इनमें सबसे ज्यादा दुर्ग जिले से 542 विद्यार्थी हैं। इन्हें केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से हर माह एक हजार रुपये मिलेंगे। पिछली बार 631 विद्यार्थी सफल हुए थे।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) रायपुर की ओर से 2021-22 में प्रतियोगी परीक्षा एनएमएमएसई आयोजित की गई थी। इसका परिणाम घोषित किया गया। इस परीक्षा में रायपुर से 94, महासमुंद 74, धमतरी 83, बेमेतरा 12, राजनादगांव 395, कवर्धा दो, कांकेर छह, दंतेवाड़ा एक, बस्तर एक, बिलासपुर 11, जांजगीर आठ, कोरबा 26, सरगुजा एक, रायगढ़ 21, जशपुर पांच, बलौदाबाजार 15, बालोद 60, गरियाबंद 21, कोंडागांव तीन, नारायणपुर दो, गौरेला पेंड्रा मरवाही पांच और बीजापुर से एक विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिए पात्र घोषित किया गया है। प्रदेश में इसके लिए 2,246 सीटें आवंटित हैं, लेकिन पिछले कई वर्षों से सीटें खाली भी जा रही हैं।
यह होती है पात्रता
कक्षा आठवीं में अध्ययनरत छात्र जिनके पालक की सालाना आय डेढ़ लाख से कम हो, वे इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं। परीक्षा में चयनित होने वाले विद्यार्थियों को कक्षा नौवीं से 12वीं (चार वर्ष) तक प्रत्येक माह 1000 रुपये के हिसाब से छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह योजना केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाती है। राज्य सरकार केवल इसका क्रियान्वयन करती है।
सत्र कुल परीक्षार्थी चयनित अपात्र चयनित का प्रतिशत
2008-09 1,683 184 2,062 8.19
2009-10 5,833 204 2,042 9.08
2010-11 2,143 103 2,143 4.58
2011-12 4,285 651 1,595 28.98
2012-13 12,394 1,915 331 85.26
2013-14 9,613 2,137 109 95.14
2014-15 9,738 1,899 347 84.55
2015-16 6,082 424 1,822 18.87
2016- 17 10,231 429 1,817 19.10
2017-18 4,450 761 1,485 33.88
2018-19 4,685 794 1,452 35.35
2019-20 4,567 667 1,579 29.69
2020-21 3,011 631 1,615 28.09
2021-22 7,223 1,389 857 61.84
(नोट: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से परीक्षा हर साल नवंबर-दिसंबर में कराई जाती है। राज्य में 2008 से परीक्षा संचालित की जा रही है।)