दंतेवाड़ा। जैसा कि विदित है भारत सरकार व राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत 231 बटालियन के परिचालनिक क्षेत्र में कोण्ड़ासांवली से जगरगुण्ड़ा के मध्य आने वाले सुदूरवर्ती गांवों को सड़क मार्ग से जोड़ने का कार्य जारी है। जवानों के इस सफलता पूर्वक कार्य को संपन्न करने में माओवादियों ने फिर से एक बार बाधा उत्पन्न करने एवं सड़क निर्माण कार्य को रोकने तथा सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने की नाकामयाब कोशिश किया।
आज कमारगुड़ा कैम्प से गांव दुर्मा में घेराबंदी और तलाशी अभियान ड्यूटी के लिए सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231 बटालियन के संपूर्ण नेतृत्व में रवाना हुए थे। जब ड्यूटी पार्टी ड्यूटी के उपरान्त वापस आ रही थी तभी कमारगुड़ा कैंप से लगभग एक किलोमीटर पहले सीआरपीएफ डॉग के द्वारा संदिग्ध गतिविधि होने का इशारा किया इसके उपरान्त डॉग हेण्ड़लर और बीडीडीएस द्वारा आसपास के इलाके की सतर्कता पूर्वक छान-बीन किया गया जिसमें कुछ तार दिखाई दिया और उस क्षेत्र को पूरी तरह बारीकी से जांच करने के बाद 5 किलो का जिंदा आईईडी कमाण्ड़ वायर मैकानिज्म के साथ बरामद किया गया।
नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को नुकशान पहुँचाने व सुरक्षाबलों के मनोबल को गिराने तथा सड़क निर्माण कार्य को रोकने का समय-समय पर उनके द्वारा कोशिश किया जाता रहा है। अब तक सुरक्षाबलों ने अपनी सर्तकता एवं सूझबूझ से 124 आईईडी एवं 785 स्पाईक्स बरामद कर चुके है। सुरेन्द्र सिंह कमाण्ड़ेंट 231 बटालियन के मार्गदर्शन में उक्त बरामद आईईडी को बीडीडीएस दस्ता द्वारा सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया गया। यह अत्यधिक घोर नक्सल प्रभावित इलाका है इससे पहले भी माओवादियों द्वारा इस इलाके में कई बार सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया जा चुका है। 231 बटालियन माओवादियों के प्रयासों को बार-बार विफल करने में सफल रही है।