भाजपा नेता पूर्व IAS अधिकारी ओपी चौधरी पर हुई FIR का विरोध करने वालों पर केस दर्ज किया गया है। रायगढ़ के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया था। सड़क पर हंगामा किया गया प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला दहन भी किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले 17 भाजपा नेताओं और ओपी समर्थकों पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। रायगढ़ के कोतवाली थाने में यह केस दर्ज किया गया है। विद्या राव भूषण नाम के नायब तहसीलदार की शिकायत पर भाजपा नेताओं के खिलाफ बलवा की धारा 144 महामारी एक्ट का उल्लंघन करने के लिए धारा 188 सार्वजनिक रास्तों पर हंगामा और रास्ता बाधित करने की वजह से धारा 341 के तहत केस दर्ज हुआ है।
इन पर हुई FIR
आकाश शर्मा, प्रवीण द्विवेदी, गिरधर गुप्ता, गुस्पाल भल्ला, सदानंद राठिया, सूरज शर्मा, विवेक रंजन, श्याम भोजवानी, श्रीकांत दिलीप, दिलराज, राजेंद्र दीवान, अंशु टुटेजा, अरुण कोतारे, अरुण तिवारी शीला तिवारी और पूनम सोलंकी पर केस दर्ज है इन्हें पुलिस ढूंढ रही है।
भाजपा नेताओं ने कोरबा जिले की पुलिस द्वारा ओपी चौधरी के खिलाफ दर्ज की गई f.i.r. का विरोध करते हुए रायगढ़ में रैली निकाली थी। पुतला दहन करते हुए जबरदस्त नारेबाजी की थी। करीब 2 घंटे तक चले जबरदस्त हंगामे के दौरान भाजपा नेताओं की पुलिस के साथ झूमाझटकी भी हुई थी, इसके बाद जिला प्रशासन इन पर कार्रवाई की है।रायगढ़ में भाजपा नेताओं के खिलाफ हुई FIR पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा है कि दिल्ली जाने पर कांग्रेस के नेता लोकतंत्र की बात करते हैं। छत्तीसगढ़ में विरोध के उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है । छत्तीसगढ़ के हालात बंगाल से बदतर हो गए हैं।पूर्व IAS भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कोरबा जिले का वीडियो बताकर एक क्लिप फेसबुक पर पोस्ट की थी, जिसमें लोग कोयला चुराते नजर आ रहे हैं। कोरबा के ही एक कांग्रेस नेता ने इसे फर्जी बताकर पुलिस में इसे छवि धूमिल करने की साजिश बताते हुए चौधरी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। इस मामले का भाजपा सोशल मीडिया पर विरोध कर रही है, चौधरी ने इसे लेकर कहा कि वह जेल जाने को भी तैयार है मगर वह राजनीति में जनता की आवाज उठाते रहेंगे।